अजमेर में रेलवे और जिला पुलिस फेल। युवाओं ने किया ट्रेनों की छतों पर सफर तो कुंदन नगर में लाठी-भाटा जंग।

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29 मई तो अजमेर में जिला और रेलवे पुलिस पूरी तरह फेल साबित हुई है। रेलवे पुलिस जहां युवाओं को ट्रेनों की छतों पर सफर करने से नहीं रोक पाई, वहीं जिला पुलिस के लापरवाहपूर्ण रवैये की वजह से दो पक्षों में खुले आम लाठी-भाटा जंग हो गई।
पहले बात रेलवे पुलिस की- अजमेर स्थित सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर दो ने 29 मई को शहर के 52 स्कूलों में कांस्टेबल ट्रेडमैन की परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा में करीब 18 हजार अभ्यर्थियों ने भाग लिया। दोपहर 12 बजे जैसी ही परीक्षा खत्म हुई तो हजारों परीक्षार्थी रेलवे स्टेशन और रोडवेज पर पहुंच गए। ट्रेनों के डिब्बों में जगह भर जाने के बाद युवा ट्रेनों की छतों पर चढ़ गए। रेलवे स्टेशन पर मौजूद दो-चार पुलिस कर्मियों ने युवाओं को नीचे उतारने की कोशिश की,लेकिन सफलता नहीं मिली, क्योंकि सीआरपीएफ में शामिल होने आए युवा ज्यादा दमदार थे। यदि रेलवे पुलिस के जवान ज्यादा उलझते तो अप्रिय घटना हो जाती। सवाल उठता है कि जब परीक्षा के बारे में जानकारी थी तो रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए? इस संबंध में सीआरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि हमने अजमेर जिला प्रशासन और रेल प्रशासन को परीक्षा के बारे में पहले ही सूचित कर दिया था। परीक्षा के बाद शहर में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला और रेल प्रशासन की है। रेलवे पुलिस की लापरवाही की वजह से ही युवाओं को ट्रेनों की छतों पर जोखिम भरा सफर करना पड़ा।
लाठी-भाटा जंग-अजमेर के कुंदन नगर क्षेत्र में मदार टेकरी के कब्रिस्तान, मदार साहब का चिल्ला आदि की जमीन को लेकर विवाद हो रहा है। इसकी जानकारी पुलिस को भी है। 29 मई को भी लाठी-भाटा जंग से पहले अलवर गेट पुलिस स्टेशन के सीआई भूपेन्द्र सिंह मौके पर आए थे, लेकिन हालात को समझने में चूक कर गए। परवीन बेगम ने जब एक भूखंड पर निर्माण कार्य जबरन शुरू करवाया तो गौस मोहम्मद चौहान के समर्थक भी आ गए। दोनों पक्षों में जोरदार लाठी-भाटा जंग हुई। इस जंग में कोई दस जने जख्मी हो गए। हालात इतने बिगड़े की आईपीएस चूनाराम जाट को भी मौके पर आना पड़ा। यहां भी यह सवाल उठता है कि पुलिस ने पहले से ही सर्तकता क्यों नहीं बरती? पुलिस की ऐसी लापरवाही की वजह से ही बड़े हादसे होते हैं।
नोट- फोटोज मेरे ब्लॉग www.spmittal.in तथा फेसबुक अकाउंट पर देखें।

(एस.पी. मित्तल) (29-05-2016)
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