उधर हाफिज सईद ने भारत के परमाणु घरों पर ड्रोन हमले की धमकी दी, इधर अमृतसर में खालिस्तान के समर्थन में लगे नारे।

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6 जून को पाकिस्तान में बैठे भारत के मोस्ट वॉन्टेड हॉफिज सईद का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में हाफिज सईद को भारत में परमाणु घरों पर ड्रोन हमले की धमकी देते हुए बताया गया है। वहीं अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब में ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार की 32वीं बरसी बनाई जा रही थी, तब सैकड़ों सिक्ख युवकों ने खुले आम खालिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाए। हालांकि इन दोनों घटनाओं का कोई आपसी तालमेल नहीं है, लेकिन ये दोनों ही घटनाएं भारत के खिलाफ हंै। गंभीर बात तो यह है कि ये घटनाएं तब सामने आई हैं,जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच देशों की यात्रा में भारत को सुरक्षित और विदेशी निवेश करने वाला बता रहे हैं।
सईद की धमकी
हाफिज सईद ने किसी आतंकी संगठन के मुखिया के तौर पर धमकी नहीं दी, बल्कि पाकिस्तान सरकार के प्रवक्ता के तौर पर धमकी दी है। हाफिज सईद ने कहा कि अब पाकिस्तान के पास भी ड्रोन हवाई जहाज हैं जो भारत के परमाणु घरों पर हमला कर सकते हैं, सब जानते हैं कि ड्रोन हवाई जहाज में पायलट या कोई सैनिक नहीं होता है। ड्रोन निश्चित स्थान पर हमला कर वापस आ सकता है और यदि दूसरे देश के सैनिकों ने विमान को गिरा भी दिया तो भेजने वाले देश का कोई नुकसान नहीं होगा। हाफिज सईद का कहना है कि अमरीका भारत के हवाई अड्डों पर ड्रोन हवाई जहाज तैयार कर रहा है। ये ड्रोन पाकिस्तान पर हमला करेंगे, यदि भारत ने अमरीका को ऐसा करने दिया तो पाकिस्तान की सेना इतने ड्रोन भारत पर डाल देगी, जिससे पूरा देश तबाह हो जाएगा। पाकिस्तान बार-बार ये दावा करता है कि उसकी जमीन से आतंकवादी घटनाएं नहीं होने दी जाएगी, लेकिन वहीं पाकिस्तान आतंकी संगठन जमात-उल-दावा के मुखिया हाफिज सईद के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता। असल में हाफिज सईद जैसे भारत विरोधी अतंकियों को भी यह पता है कि भारत में संरक्षण देने वाले मिल ही जाते हैं। भारत में पाकिस्तान की ओर से जो भी आतंकी हमले हुए, उनमें स्थानीय लोगों के सहयोग की भी बात सामने आई है। इसलिए हाफिज सईद मुम्बई पर 26/11 का हमला करवाने में सफल रहा। इतना ही नहीं यदि अलगाववादियों का समर्थन न हो तो कश्मीर घाटी में भी पाकिस्तान के झंडे न लहरे। असल में अब भारत को ऐसे आतंकी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। पाकिस्तान माने या नहीं,लेकिन यह बात साफ हो गई है कि आतंकी संगठन सेना की मदद से ही भारत पर हमला करते हैं।
खालिस्तान के नारे
ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार की 32वीं बरसी पर जिस तरह श्री हरमंदिर साहिब में खालिस्तान के समर्थन में नारे लगे, उसे भी भारत के हित में नहीं माना जा सकता है। एक ओर जब हम कश्मीर में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों का विरोध करते हैं तो फिर पंजाब में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे तो देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण बात है। कुछ लोग इसे अगले वर्ष पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देख रहे हैं। असल में पंजाब में धर्म और राजनीति का जोरदार गठजोड़ है। जब धर्म की आड़ लेकर राजनीति की जाती है तो उसके परिणाम बुरे ही आते हैं। केन्द्र सरकार तो खालिस्तान जिंदाबाद के नारों को गंभीरता के साथ लेना चाहिए। हमने देखा है कि एक दशक पहले पंजाब आतंकवाद की जकड़ में था। अनेक बलिदानों के बाद पंजाब को सामान्य स्थित में लाया गया। ऐसा न हो कि पंजाब एक बार फिर आतंकवाद की जकड़ में आ जाए।
नोट- फोटोज मेरे ब्लॉग www.spmittal.in तथा फेसबुक अकाउंट पर देखें।

(एस.पी. मित्तल) (6-06-2016)
(www.spmittal.in) M-09829071511

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