काश! पुलिस इतनी ईमानदार हो जाए। अजमेर के एक सीआई ने रिश्वत देने वाले ठेकेदार को एसीबी से पकड़वाया।

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काश! पुलिस इतनी ईमानदार हो जाए। अजमेर के एक सीआई ने रिश्वत देने वाले ठेकेदार को एसीबी से पकड़वाया।
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शायद ही कोई व्यक्ति होगा, जिसका कभी न कभी पुलिस से वास्ता न पड़ा हो और शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो पुलिस के चक्कर में फंसने के बाद ईमानदारी के साथ बाहर आ गया हो। पुलिस का चरित्र कैसा है यह राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया कई बार सार्वजनिक तौर पर बता चुके हैं। पुलिस की ऐसी इमेज के बीच अजमेर के अलवर गेट थाने के सीआई भूराराम खिलेरी ने अनोखा काम किया है। चोरी के एक बड़े मामले में अजमेर विद्युत वितरण निगम के ठेकेदार प्रदीप जैन ने जब 50 हजार रुपए की रिश्वत दी तो सीआई खिलेरी ने एसीबी को बुलाकर ठेकेदार को गिरफ्तार करवा दिया। आम तौर पर पीडि़त व्यक्ति एसीबी को बुलाकर पुलिस वालों को गिरफ्तार करवाता है। अजमेर में तो एक नहीं दस-दस थाने के पुलिस इंस्पेक्टरों को एसीबी ने एक साथ मुल्जिम बनाया है। इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा को थानों की मंथली राशि के साथ भी गिरफ्तार किया। भले ही सीआई खिलेरी ने एक ठेकेदार को रिश्वत देने के आरोप में पकड़वा दिया हो, लेकिन यह बात आम व्यक्ति के गले नहीं उतर रही है। पहली बात तो यह है कि रिश्वत देने की बात तो सामने आती ही नहीं है। पुलिस में तो छीनी जाती है। वैसे भी पुलिस को आसानी से रिश्वत नहीं मिलती। समझ में नहीं आता कि भूराराम खिलेरी ऐसे कैसे सीआई हैं, जिन्होंने रिश्वत देने वाले को ही पकड़वा दिया। अलवर गेट थाने पर हुई इस वारदात पर अब अजमेर ही नहीं, बल्कि राजस्थान भर के थाना अधिकारी हंस रहे हैं। काश ऐसा हो जाए कि कोई बेइमान व्यक्ति सीआई साहब को रिश्वत दे और सीआई साहब उसे पकड़वा दें। पुलिस थानों पर यदि इतनी ईमानदारी हो जाए तो संबंधित क्षेत्रों में कोई अपराध ही नहीं घटे। न तो शराब की अवैध बिक्री हो और न जुए, सट्टे का कारोबार। सब जानते हैं कि एक थानाधिकारी को राजनेताओं से लेकर बड़े अधिकारियों तक की कितनी मिजाजपुर्सी करनी होती है। अफसरों की पत्नियों को ख्वाहिशें भी सीआई साहब के जिम्मे होती हैं। बच्चों को यदि स्कूल की यूनिफॉर्म अथवा अन्य शॉपिंग करनी है तो भी सीआई साहब ही करवाते हैं। ऐसे वातावरण में यदि अलवर गेट के सीआई भूराराम खिलेरी ने 50 हजार रुपए के लात मार दी है तो यह वाकई सराहनीय कृत्य है। उम्मीद की जानी चाहिए कि अजमेर शहर के सारे सीआई खिलेरी का अनुसरण करेंगे। अजमेर के पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन को भी बधाई जिन्होंने खिलेरी जैसे ईमानदार सीआई को थाने पर तैनात कर रखा है।
(एस.पी. मित्तल) (22-07-2016)
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