आठ घंटे में स्कूली बच्चों को मात्र 86 ग्राम के बिस्कुट खाने को मिल रहे हैं। अजमेर में ऐसे हो रही है स्वतंत्रता दिवस के राज्यस्तरीय समारोह की तैयारी।

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इस बार राजस्थान सरकार का स्वतंत्रता दिवस का राज्यस्तरीय समारोह अजमेर में होना है। समारोह की तैयारियों पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है। रातों रात नए डिवाइडर बनाए जा रहे हंै तो लाखों रुपए के पेड़ खरीद कर लगाए जा रहे हैं, लेकिन इसे दुर्भाग्य पूर्ण की कहा जाएगा कि जो स्कूली बच्चे लगातार आठ घंटे तक शारीरिक व्यायाम आदि का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं, उन्हें मात्र 86 ग्राम के बिस्कुट खाने को दिए जा रहे हैं। गंभीर बात तो यह है कि रोजना करीब पन्द्रह सौ स्कूली बच्चे पटेल मैदान और आजाद पार्क में आते हैं। शहर की करीब पचास स्कूलों के लड़के-लड़कियां रोजना 8 बजे अभ्यास के लिए आते हैं और उन्हें दोपहर 2 बजे छोड़ा जाता है। संबंधित अधिकारियों से यह कोई पूछने वाला नहीं है कि आठ घंटे शारीरिक व्यायाम करने वाले बच्चों की भूख 86 ग्राम वजन के बिस्कुट से कैसे मिटेगी। उन अधिकारियों को शर्म आनी चाहिए जो स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च कर रहे हैं। क्या स्कूली बच्चों को आठ घंटे में भोजन नहीं करवाया जा सकता? आखिर स्कूली बच्चे भी तो समारोह की तैयारियों का ही पार्ट है। इस मामले में स्कूलों के शिक्षकों को भी लाचार और बेबस देखा गया। कक्षा 7,8,9 और 11 के छात्र-छात्राएं अभ्यास के दौरान भूख लगने की शिकायत करते रहते हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है।
अधिकारियों के इस बेरहम रवैये से दु:खी होकर अब अनेक विद्यार्थी अपने घरों से खाने का टिफिन लाने लगे हैं। ऐसे में उन अधिकारियों को कुछ तो शर्म करनी चाहिए जो सरकारी बैठकों में लंच और डिनर पर लाखों रुपए खर्च कर देते हैं। राज्यस्तरीय समारोह की तैयारियों के लिए तो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकारी खजाने की चाबी ही अजमेर के अधिकारियों को दे रखी हैं, लेकिन इसके बावजूद भी स्कूली विद्यार्थियों को आठ घंटे में मात्र 86 ग्राम बिस्कुट खाने का दिए जा रहे हैं। जो बिस्कुट दिए जा रहे हैं उनमें पारले कंपनी के 28 ग्राम के मीठे और 58 ग्राम के नमकीन बिस्कुट हैं।
मजे की बात यह है कि यह बिस्कुट भी जिला प्रशासन अथवा राज्य सरकार की ओर से नहीं बल्कि नगर निगम की ओर से वितरित हो रहे हैं। निगम उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता ने बताया कि जिला प्रशासन से मिले निर्देशों के मुताबिक ही नमकीन और मीठे बिस्कुट दिए जा रहे हैं। इन दोनों बिस्कुटों को बाजार से सात रुपए में खरीदा जा रहा है।
(एस.पी. मित्तल) (02-08-2016)
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