नेत्रहीनों को पीटने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही होगी। गुस्साए नेत्रहीनों ने रास्ता जामकर कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन। =========

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नेत्रहीनों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सरकारें अनेक योजनाएं चलाती हैं। हर किसी की सहानुभूति नेत्रहीनों के प्रति होती है, लेकिन 15 नवंबर को अजमेर के आदर्श नगर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों का दूसरा ही चेहरा सामने आया। नेत्रहीन छात्र जब अपने आदर्श नगर स्थित राजकीय अंध विद्यालय की अव्यवस्था को लेकर विरोध प्रकट कर रहे थे तो पुलिस ने नेत्रहीनों के साथ दुव्र्यवहार किया और अनेक छात्रों को पीटा भी। पुलिस के डंडे के खौफ से नेत्रहीन छात्र अपने विद्यालय में दुबक कर बैठ गए। लेकिन 16 नवंबर को कांग्रेस के युवा नेता सुनील लारा ने अंध विद्यालय पहुंच कर नेत्रहीनों की हौसला अफजाई की। लारा ने जो हिम्मत बंधाई, उसी का परिणाम रहा कि नेत्रहीन छात्र एकजुट हुए और फिर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। लारा के नेतृत्व में नेत्रहीनों ने एसपी डॉ. नितिनदीप ब्लग्गन से मुलाकात की और बताया कि किस प्रकार पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की है। एसपी को अजमेर के स्वामी न्यूज चैनल का वीडियो भी दिखाया गया। छात्रों ने एसपी से मांग की कि दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने डीएसपी राजेश मीणा को जांच दी है। एसपी ने भरोसा दिलाया कि जांच में दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही की जाएगी।
अव्यवस्था सुधारने की मांग
नेत्रहीन विद्यार्थियों ने अतिरिक्त कलेक्टर किशोर कुमार से भी मुलाकात की। कलेक्टर के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा कि आदर्श नगर स्थित विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्था को तत्काल सुधारा जाए। समस्याओं की वजह से छात्रावास में रहना मुश्किल हो रहा है।
फिर लगाया जाम
नेत्रहीनों ने अपनी मांगों को लेकर 16 नवंबर को आदर्श नगर स्थित रेल पुलिया के नीचे मुख्य मार्ग पर जाम लगाया। इससे लंबे समय तक यातायात बाधित रहा, लेकिन आज पुलिस ने नेत्रहीनों के प्रति संयम बरता।

(एस.पी.मित्तल) (17-11-16)
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