रानी पद्मावती को आक्रमणकारी अलाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका बताने वाले निर्देशक संजय लीला भंसाली पाक अभिनेत्री माहिरा खान से सबक लें।

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है कि भारतीय फिल्म उद्योग का तो सिर्फ इस्तेमाल किया जाना चाहिए। माहिरा के इस इंटरव्यू का वीडियो मेरी वेबसाइट फेसबुक पेज, एप आदि पर उपलब्ध है। माहिरा ने चैनल के एंकर की इस बात पर सहमति जताई कि मुम्बई जाकर काम करो पैसा कमाओ और फिर अपने देश पाकिस्तान को मानो। माहिरा खान ने भारत से पैसा कमाने के बाद भी जिस तरह अपने देश के प्रति वफादारी दिखाई है उससे निर्देशक संजय लीला भंसाली को भी सबक लेना चाहिए। भंसाली राजस्थान के चित्तौड़ की रानी पद्मावती को लेकर एक फिल्म बना रहे है। रानी पद्मावती को लेकर अब तक जो इतिहास सामने आया है उसमें कहा गया है कि ईस्वी सन् 1303 में आक्रमणकारी मुगल शासक अलाउद्दीन खिलजी ने रानी पद्मावती को जबरन हासिल करने के लिए चित्तौड़ पर हमला किया। इस हमले में अलाउद्दीन ने पद्मावती के पति रतनसिंह और हजारों सैनिकों को मौत के घाट तो उतार दिया, लेकिन अलाउद्दीन पद्मावती को हासिल नहीं कर सका, क्योंकि आक्रमणकारियों के आने से पहले ही पद्मावती ने हजारों महिलाओं के साथ अग्निकुण्ड में कूदकर अपनी जान दे दी। इतिहास में ऐसा कोई तथ्य नहीं है जिसमें पता चलता हो कि अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती का आपस में मिलान हुआ हो, लेकिन संजय लीला भंसाली पैसा कमाने के लिए जो फिल्म बना रहे है,उसमें अलाउद्दीन खिलजी और पद्मावती के प्रेम दृश्य हैं। इन दृश्यों को फिल्माने के लिए ही जब 27 जनवरी को जयपुर के जयगढ़ किले में शूटिंग हो रही थी तब राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। निर्देशक भंसाली के मुंह पर थप्पड़ मारकर यह बताया गया कि पद्मावती कभी भी खिलजी की प्रेमिका नहीं रही। शर्मनाक बात तो यह है कि फिल्म उद्योग के अनेक लोग भंसाली के समर्थन में खड़े हो गए हंै। सवाल उठता है कि जब माहिरा खान भारत से करोड़ो रुपए कमाने के बाद भी पाकिस्तान को पहले मानती है तो फिर संजय लीला भंसाली अपने देश के इतिहास के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं? जहां तक करणी सेना के कार्यकर्ताओं के हंगामे का सवाल है तो उनके पास इसके सिवाए कोई रास्ता नहीं था। भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है और इसमें हिन्दू संस्कृति और इतिहास का मजाक उड़ाने की खुली छूट है। यदि कोई सरकार इस छूट को बंद करने का प्रयास करेगी तो उस पर साम्प्रदायिकता का आरोप लग जाएगा। केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही भाजपा की सरकार अपने ऊपर साम्प्रदायिकता का कोई आरोप नहीं लगवाना चाहती है। करणी सेना ने फिलहाल शूटिंग को बंद करवा दिया है, लेकिन भंसाली अपनी लीला को पूरा करके ही मानेंगे। जयपुर के जाजगढ़ किले के बजाए किसी दूसरे किले में शूटिंग होगी और रानी पद्मावती को अलाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका ही बताया जाएगा। देश के किसी भी सेंसर बोर्ड की इतनी हिम्मत नहीं कि जो भंसाली की फिल्म पर कैची चला सके। हद तो तब होगी जब भंसाली की यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर हिट हो जाएगी।
एस.पी.मित्तल) (28-01-17)
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