भारत में सबसे आकर्षक और आध्यात्मिक है अजमेर का सूर्योदय व सूर्यास्त। पत्रिका राइट्स ने मोबाइल से फोटो खींच कर प्रदर्शनी लगाई।

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17 फरवरी को अजमेर के ऐतिहासिक संग्रहालय में राजस्थान पत्रिका के अजमेर संस्करण के सम्पादक उपेन्द्र शर्मा के द्वारा एक फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में अजमेर की प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करने वाली आना सागर झील के उन फोटो को रखा गया है जो सूर्योदय और सूर्यास्त के हैं। आम तौर पर राजस्थान के माउंट आबू के सूर्यास्त की ही पहचान है। लेकिन प्रकृति प्रेमी और पत्रिका के सम्पादक उपेन्द्र शर्मा का दावा है कि अजमेर में सूर्योदय और सूर्यास्त देश का न केवल सबसे आकर्षक बल्कि आध्यात्म से भी जुड़ा हुआ है। जगत पिता ब्रह्मा के पुष्कर और सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की आध्यात्मिकता अजमेर के सूर्योदय और सूर्यास्त से जुड़ी हुई है। उन्होंने स्वयं यह महसूस किया है कि आना सागर झील पर जब सुबह-सुबह सूर्य की किरणें आती हैं और शाम को जब वापस लौटती है तो शरीर में एक विशेष अनुभूति होती है। स्वयं उन्होंने और पत्रिका से जुड़े पत्रकार एवं फोटोग्राफर युगलेश शर्मा, मोहन कुमावत, जय माखिजा, एन.डी.खान, नजीर कादरी, सोनम राणावत, अनिल आदि ने अपने मोबाइल फोन से सूर्योदय और सूर्यास्त के फोटो खींचे हैं। मोबाइल से खींचे गए फोटो पूरी तरह नेचुरल हैं। शर्मा ने कहा कि सरकार और प्रशासन को पर्यटन की दृष्टि से अजमेर में सूर्योदय और सूर्यास्त के पॉइंट निर्धारित करने चाहिए। पुष्कर और दरगाह की वजह से वर्ष भर यात्रियों को आना-जाना लगा रहता है। लेकिन अजमेर में पर्यटन के केन्द्र विकसित नहीं होने से वे एक दिन में लौट जाते हैं। आनासागर झील के सूर्योदय और सूर्यास्त को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए राजस्थान पत्रिका पूरा सहयोग करेगा। 17 फरवरी को प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर मौजूद राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत, रेंज की आईजी श्रीमती मालिनी अग्रवाल, कलेक्टर गौरव गोयल, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा, मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, एसपी डॉ. नितिन दीप ब्लग्गन आदि ने भी पत्रिका की पहल की सराहना की। नेता और अधिकारी इस बात से सहमत थे कि अजमेर के सूर्योदय और सूर्यास्त को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाए। दिन मे अजमेर के सांसद और राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सांवरलाल जाट ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर पात्रिका को बधाई दी। वहीं शाम को राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ललित के.पंवार ने सागर विहार कॉलोनी से शाम को आनासागर के सूर्यास्त का नजारा देखा। देश के पर्यटन सचिव रहे पंवार ने भी माना कि सूर्योदय और सूर्यास्त को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है। अजमेर के किले में यह प्रदर्शनी 19 फरवरी तक रहेगी।
एस.पी.मित्तल) (17-02-17)
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