रावत महासभा के समारोह में भाजपा और पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत को खरी-खरी। संयोजक राजेन्द्र सिंह ने कहा किसी नेता की जेब में नहीं है रावत।

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अजमेर में होने वाले लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर 10 सितम्बर को पुष्कर में रावत महासभा की ओर से प्रतिभावान सम्मान समारोह आयोजित किया गया। हालांकि इस समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिणाम लाने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया गया, लेकिन इसके साथ ही उपचुनाव को देखते हुए रावत समाज की ताकत का प्रदर्शन करना भी था। समारोह में उस समय माहौल गर्म हो गया, जब संयोजक राजेन्द्र सिंह रावत ने मंच पर बैठे पुष्कर के विधायक सुरेश सिंह रावत और भाजपा को खरी-खरी सुनाई। रावत ने कहा है कि कोई नेता और विधायक स्वयं को समाज से ऊपर नहीं समझे। क्योंकि समाज के दम पर ही नेता और विधायक बनते हैं। उन्होंने कहा कि आजकल कुछ चमचे यह कहने लगे हैं कि हमने सुरेश रावत को विधायक बनवाया है। ऐसे चमचों से विधायक को सावधान रहना चाहिए। कोई यह नहीं समझे कि रावत वोट उसकी जेब मे हैं। रावत ने कहा कि मुझे पता चला है कि कुछ चमचे लिस्ट बना रहे हैं।
इस लिस्ट में विधायक और भाजपा का विरोध करने वालों का नाम लिखा जा रहा है। मेरे लिए भी यह कहा जा रहा है कि में कांग्रेस की पूर्व विधायक श्रीमती नसीम अख्तर के साथ समारोह में उपस्थित रहता हंू। रावत ने कहा कि मैं पुष्कर क्षेत्र से ही जिला परिषद का सदस्य रहा हंू, इसलिए समारोहों में भी जाता हंू। यदि किसी समारोह में श्रीमती अख्तर मिल जाए तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं कांग्रेस का समर्थक हंू। उन्होंने कहा कि में सबसे पहले रावत समाज का हंू। वर्ष 2004 के विधानसभा चुनाव में जब रावत समाज ने एकजुट होकर श्रवण सिंह रावत को खड़ा किया तो मैं पूरी तरह समाज के साथ था। इसलिए श्रवण सिंह को 20 हजार से भी ज्यादा वोट मिले। रावत बहुल्य मतदान केन्द्रों पर भाजपा को 100 वोट भी नहीं मिले। भले ही श्रवण सिंह चुनाव हार गए हो, लेकिन रावत समाज की जीत हुई। कुछ लोग आज अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण बबूल बो रहे हैं, ऐसे लोग समय आने पर आम की इच्छा नहीं रखें। जब बूरे दिन आते हैं तो ऊंट पर बैठे व्यक्ति को भी कुत्ता काट लेता है। मैंने 2005 में रावत समाज की एकता के लिए काम किया। लेकिन अब मुझे भाजपा का विरोधी बताया जा रहा है। उन्होंने समाज के नेताओं से कहा कि अजमेर में होने वाले लोकसभा के चुनाव में भाजपा की ओर से रावत को ही उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए। इसके लिए किसी नेता को किसी के घर जाने की जरुरत नहीं है। हमें अपने ही समाज में एकता दिखानी है।
समाज के साथ हंू-विधायकः
पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत ने अपने भाषण में कहा कि वह अपने समाज के साथ हैं। विधायक बनने के बाद उन्होंने समाज के विकास के लिए अनेक काम किए हैं। उन्होंने कभी भी ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे समाज को नुकसान होता हो।
रावत समाज में हलचलः
रावत महासभा में राजेन्द्र सिंह रावत को युवाओं का भारी समर्थन माना जाता है। रावत ने जिस तीखे अंदाज में भाषण दिया, उससे समाज में खलबली मची हुई है। अजमेर जिले में रावत मतदाताओं की संख्या दो लाख से भी ज्यदा मानी जाती है। रावत मतदाता पुष्कर और ब्यावर में अधिक हैं। इसीलिए इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों से वर्तमान में भाजपा के विधायक हैं। लेकिन अजमेर संसदीय क्षेत्र में ब्यावर के बजाए दूदू है, इसलिए दबाव की राजनीति में रावत समुदाय का पक्ष कुछ कमजोर हो गया है।
शेष प्रतिभाओं का सम्मान 24 सितम्बर कोः
रावत महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञान सिंह रावत ने एक बयान जारी कर कहा है कि 10 सितम्बर को 50 से भी अधिक पात्र प्रतिभाओं का सम्मान नहीं हो सका, इसीलिए अब 24 सितम्बर को अजमेर में पुलिस लाइन स्थित रावत धर्मशाला में एक समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस समारोह में शेष बची प्रतिभाओं का सम्मान होगा।
एस.पी.मित्तल) (13-09-17)
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