आनासागर के रामप्रसाद घाट पर  फिर दो जायरीन युवक डूबे।

आनासागर के रामप्रसाद घाट पर  फिर दो जायरीन युवक डूबे।
आखिर अजमेर प्रशासन क्यों नहीं करता ठोस कार्यवाही।
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अजमेर के बीचों बीच बने आनासागर के रामप्रसाद घाट के किनारे 18 जून को दो जायरीन युवकों राजा और शेफ अली के डूबने से मौत हो गई। अहमदाबाद से आए एक मुस्लिम परिवार के सदस्य जियारत करने के लिए यहां ख्वाजा साहब की दरगाह में आया था। धार्मिक मान्यता के चलते जियारत से पहले आनासागर के रामप्रसाद घाट पर नहाने पहुंचा, तभी गहरे पानी में चले जाने के कारण दो युवक डूब गए। लाख कोशिश के बाद भी दोनों युवकों को बचाया जा नहीं सका। बाद में गोताखोरों की मदद से दोनों के शव बाहर निकाले गए। अब परिजन का रो रो कर बुरा हाल है।
अक्सर होती है ऐसी वारदातः
रामप्रसाद घाट पर अक्सर डूबने से जायरीन की मौत हो जाती है। हालांकि प्रशासन ने अब घाट की तरफ पाथवे बना दिया है और जायरीन के नहाने पर रोक लगा दी है। लेकिन फिर भी आड़े टेड़े रास्तों से गुजर कर जायरीन आनासागर में नाहते हैं। कई बार प्रशासन सख्ती भी करता है। लेकिन जायरीन को रोकने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए जाते हैं ऐसे में जायरीन के डूबने का सिलसिला जारी रहता है।
गंदा है पानीः
आनासागर में शहर के आसपास के नालों का गंदा पानी गिरता है। ऐसे में यह पानी न केवल दूषित है बल्कि जहरीला भी। कई बार तो गंदे पानी की वजह से आनासागर के किनारे से गुजरना भी मुश्किल होता है। पर्यावरण विशेषज्ञों का भी कहना है कि आनासागर के दूषित पानी में नहाने से बीमारियां भी हो सकती है। ऐसे में जायरीन को भी चाहिए कि वह आनासागर में नहीं नहाए। प्रशासन को भी नहाने की रोक पर सख्ती से अमल करना चाहिए।
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