कश्मीर के मुद्दे पर अब भाजपा को अपनी छवि सुधारनी होगी।

कश्मीर के मुद्दे पर अब भाजपा को अपनी छवि सुधारनी होगी। 23 जून को अमितशाह कश्मीर में होंगे।
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भाजपा को राजनीति के शीर्ष पर पहुंचाने में कश्मीर का मुद्दा भी एक कारण है। लेकिन सबने देखा कि जम्मू कश्मीर में पीडीपी की महबूबा मुफ्ती से मिलकर तीन वर्ष तक सरकार चलाने से भाजपा की छवि खराब हुई। संबंध टूटने के बाद महबूबा मुफ्ती ने साफ कहा कि हमने जिस मकसद से सरकारी बनाई वह पूरा हो गया। यानि भाजपा ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की मांग छोड़ दी। इतना ही नहीं नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार से रमजान माह में एक तरफा सीज फायर करवा दिया। सेना पर पत्थर फंेकने पर कश्मीरी युवकों के खिलाफ दर्ज मुकदमे भी वापस करवा दिए। भाजपा माने या नहीं, लेकिन महबूबा ने मुख्यमंत्री बनने पर वो ही किया जो अलगाववादी चाहते थे। यहां तक सेना के अधिकारियों तक पर एफआईआर दर्ज की गई। भाजपा को सत्ता में लाने के पीछे तीन मुद्दे महत्वपूर्ण थे। एक अनुच्छेद 370 को हटाना, दो सिविल कोड और तीन अयोध्या में मंदिर निर्माण। तीनों ही मुद्दे अब देश के सामने हैं। कश्मीर का मुद्दा न केवल देश भक्ति से जुड़ा है, बल्कि हर भारतीय के लिए भावनात्मक भी है। यही वजह है कि इस मुद्दे पर फिर से मजबूत करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह 23 जून को कश्मीर में रहेंगे। जनसंघ के संस्थापक स्वर्गीय श्यामाप्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर कश्मीर में जो बड़ा आयोजन हो रहा है,उसी में शाह भाग लेंगे। भाजपा एक बार फिर देश को यह दिखाने की कोशिश करेगी कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की मांग छोड़ी नहीं है। आने वाले दिनों में देशभर में कश्मीर का मुद्दा गर्माया होगा। महबूबा मुफ्ती के एजेंडा पूरा करने वाला बयान भी भाजपा को नुकसान पहुंचाए। भाजपा के साथ तीन वर्ष तक सरकार चलाने के बाद भी महबूबा अलगाववादियों की चहेती बनी हुई है। देखा जाए तो महबूबा ने भाजपा के कंधे पर सवार होकर अलगाववादियों की मदद ही की है।
रक्षामंत्री ने बंधाई हिम्मतः
20 जून को रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन सेना के शहीद जवान औरंगजेब के परिजन से मिलने के लिए पूंछ पहुंची। आतंकियों ने ईद से दो दिन पहले औरंगजेब की हत्या कर दी थी। रक्षामंत्री ने भरोसा दिलाया कि औरंगजेब के हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सहायता राशि का चेक भी परिजन को दिया। रक्षा मंत्री के इस दौरे के लिए सुरक्षा के कडे़ इंतजाम किए गए थे।
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