स्वच्छता में अजमेर पहले सौ शहरों में भी शामिल नहीं।

स्वच्छता में अजमेर पहले सौ शहरों में भी शामिल नहीं।
ढाई करोड़ रुपए प्रतिमाह खर्च होते हैं सफाई पर।
=====
23 जून को शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वे 2018 का परिणाम घोषित किया है। इसमें अजमेर शहर पहले सौ शहरों में भी शामिल नहीं है। पिछले दिनों देशभर के कोई चार हजार शहरों में स्वच्छता सर्वे करवाया गया था। चूंकि अजमेर स्मार्ट सिटी बन रहा है इसलिए केन्द्र सरकार ने भी अजमेर पर ज्यादा फोकस किया। लेकिन 23 जून को जो परिणाम जारी हुए उनसे साफ जाहिर है कि सफाई के मामले में अजमेर फिसड्डी है। यह स्थिति तब है जब प्रतिमाह करीब ढाई करोड़ रुपए सफाई कार्यों पर खर्चे होते हैं। शहर में घर-घर कचरा संग्रहण की योजना भी लागू है। इस पर प्रतिमाह 48 लाख रुपए की राशि खर्च की जाती है। साठ वार्डों की सफाई पर 1 करोड़ 35 लाख रुपए खर्च होते है। इसी प्रकार कचरा परिवहन पर 30 लाख और मुख्य मार्गों एवं डिवाइडर की सफाई के लिए 32 लाख रुपए का भुगतान किया जाता है। इतना सब कुछ होने के बाद भी सरकार के सर्वे में अजमेर फिसड्डी निकला है। सरकार ने जो सूची जारी की है उसमें इंदौर प्रथम पर रहा है जबकि भोपाल और चंडीगढ दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। राजस्थान के चार शहर स्मार्ट सिटी की योजना में शामिल हैं। सर्वे में जयपुर 39 वें स्थान पर है जबकि उदयपुर 85वें स्थान पर आया है। अजमेर और कोटा तो पहले सौ शहरों में भी शामिल नहीं है।
Print Friendly, PDF & Email

You may also like...