अब अजमेर नगर निगम के जेईएन राजेश मीणा 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार।

अब अजमेर नगर निगम के जेईएन राजेश मीणा 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार। भाजपा को समर्थन देने वाले निर्दलीय पार्षद राजेन्द्र पंवार भी 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। अब फरार।

9 अगस्त को एसीबी ने अजमेर में लगातार दूसरे दिन बड़ी कार्यवाही करते हुए अजमेर नगर निगम के जेईएन राजेश मीणा को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसी प्रकारण में भाजपा को समर्थन देने वाले निर्दलीय पार्षद राजेन्द्र पंवार पचास हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। एसीबी अब पंवार की सरगर्मी से तलाश कर रही है। एसीबी की अजमेर स्थित स्पेशल यूनिट के एएसपी मदनदान सिंह ने बताया कि 7 अगस्त को स्थानीय फॉयसागर रोड स्थित ज्योति नगर के मोहित सोनी ने एक शिकायत दी थी। इस शिकायत में कहा गया कि उसके निर्माणाधीन मकान को तोड़ने अथवा सीज नहीं करने की एवज में जेईएन राजेश मीणा और निगम के पार्षद राजेन्द्र पंवार 50-50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं। दोनों ने धमकी दी कि यदि रिश्वत की राशि नहीं दी तो उसके निर्माण कार्य को सीज अथवा तोड़ दिया जाएगा। सोनी की शिकायत पर एसीबी ने जाल बिछाया और पहले दौर में जेईएन राजेश मीणा को कोटड़ा स्थित फ्लोरेंस अपार्टमेंट के निकट 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पार्षद राजेन्द्र पंवार को भी 25 हजार रुपए लेने के लिए बुलाया लेकिन पार्षद 50 हजार रुपए की रिश्वत पर अड़े रहे। एसीबी ने यह कार्यवाही 8 अगस्त की रात से ही शुरू कर दी थी, जो 9 अगस्त सुबह तक जारी रही। लेकिन पार्षद पंवार को भनक लग जाने के बाद उसने मोबाइल फोन स्वीच ऑफ कर दिया और अब पंवार के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है। उन्होंने बताया कि एसीबी के पास कॉल डिटेल है, जिसमें पार्षद पंवार पचास हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इसलिए अब पार्षद की सरगर्मी से तलाश है।
जेईएन मीणा का क्षेत्र भी नहींः
फॉयसागर रोड स्थित ज्योति नगर में जिस स्थान पर मोहित सोनी निर्माण कर रहा था वह इलाका जेईएन राजेश मीणा का नहीं है। निगम प्रशासन ने मीणा को इन दिनों जर्जर मकानों की देखरेख में नियुक्त कर रखा है। लेकिन पार्षद राजेन्द्र पंवार के वार्ड चार का क्षेत्र होने की वजह से पंवार ने ही जेईएन मीणा को मौके पर भेजा। पार्षद के कहने पर ही मीणा ने पचास-पचास हजार रुपए का फरमान जारी किया। मीणा तो 25 हजार रुपए की राशि लेकर संतुष्ट हो रहा था, लेकिन पार्षद पचास हजार रुपए पर ही अड़ा रहा। उल्लेखनीय है कि एसीबी ने 8 अगस्त को ही अजमेर जिले के ब्यावर शहर की नगर परिषद की सभापति बबीता च ौहान और दो अन्य लोगों को सवा दो लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

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