बीकानेर से लेकर जयपुर तक सरकार के विरोध में मुंडन ही मंुडन। आखिर क्यों नहीं हो रही सुनवाई।
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29 सितम्बर को बीकानेर स्थित शिक्षा निदेशालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे बेरोजगारों ने मुंडन करवाया तो जयपुर में रोडवेज के हड़ताली कर्मचारियों ने अपने सिर के बाल राज्य सरकार को उपहार में दिए। बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि 28 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती के लिए बीकानेर में प्रदेश भर के युवक आमरण अनशन पर बैठे हैं। तबीयत बिगड़ने की वजह से तीन अनशनकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया है। युवक मरने की स्थिति में है, लेकिन राज्य की भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा है। सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए ही 29 सितम्बर को 52 युवाओं ने मुंडन करवा कर रोष जताया है।
जयपुर में भी मुंडनः
29 सितम्बर को रोडवेज की हड़ताल को 13 दिन पूरे हो गए। 13 दिन के उपलक्ष में रोडवेज के 13 कर्मचारियों ने मुंडन करवाया। रोडवेज की हड़ताल को अब कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। 29 सितम्बर को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व परिवहन मंत्री बृजकिशोर शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसियों ने हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में प्रदर्शन किया। कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकार को रोडवेज कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए। मंत्रालयिक, पंचायतीराज आदि के कर्मचारी भी बेमियादी हड़ताल पर हैं। प्रदेश भर में चारों तरफ हड़ताल का माहौल है।