राजपूत समाज वसुंधरा राजे को झालरापाटन में मुंह तोड़ जवाब देगा। 

राजपूत समाज वसुंधरा राजे को झालरापाटन में मुंह तोड़ जवाब देगा। 
इतना ही घमंड है तो पश्चिमी राजस्थान से चुनाव लड़ कर दिखाएं राजे।
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सर्व राजपूत संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को उन्हीं के निर्वाचन क्षेत्र झालरापाटन में राजनीतिक दृष्टि से मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। कांगे्रस से मानवेन्द्र सिंह जसोल की उम्मीदवारी के संदर्भ में वसुंधरा राजे ने कहा था कि झालरापाटन से मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने की किसी की भी हिम्मत नहीं हुई। इसलिए बाड़मेर से मानवेन्द्र सिंह को लाया गया है। संघर्ष समिति के प्रवक्ता और जय राजपूताना संघ के संस्थापक भंवर सिंह रेटा ने कहा कि चुनाव के समय भी वसुंधरा राजे राजपूतों को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। यदि सीएम राजे को अपनी राजनीतिक ताकत पर इतना ही घमंड है तो वह पश्चिमी राजस्थान जैसेलमेर, बाड़मेर आदि जिले के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से लड़ने की हिम्मत दिखाए। 19 नवम्बर को भी नामांकन भरा जा सकता है। वसुंधरा को राजपूत समाज की इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिएं। रेटा ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में राजे ने सर्व राजपूत समाज को नाराज करने का कार्य ही किया है।
प्रमुख मुद्दों पर संघर्ष समिति का गठन कियाः
झालरापाटन में राजे के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए संघर्ष समिति के सदस्यों गिरिराज सिंह लोटवाड़ा, रंजीत सिंह जेदिया, महिपाल मकराना, करण सिंह राठौड, रणजीत सिंह नोसल आदि जल्द ही बेठक करेंगे। राजे को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि वह चुनाव नहीं हार सकती है। प्रेम प्रकाश धूमल और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए चुनाव हारे। जब जनता खिलाफ होती है तो बड़े बड़े दिग्गज धराशायी हो जाते हैं। जहां तक स्वयं को झालावाड़ का स्थानीय और मानवेन्द्र को बाहरी बताने का सवाल है तो राजे तो राजस्थान की भी नहीं हैं। सब जानते है कि ग्वालियर की रहने वाली वसुंधरा राजे ने धौलपुर में विवाह किया। झालरापाटन और झालावाड़ से तो वसुंधरा राजे और उनके परिवार पर कोई सरोकार ही नहीं है। जबकि मानवेन्द्र सिंह तो इसी राजस्थान की भूमि में जन्में हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि फरवरी में हुए लोकसभा उपचुनाव में वसुंधरा राजे ने कोई सबक नहीं लिया है। इन चुनावों में सभी 17 विधानसभा सीटों पर वसुंधरा को हार का सामना करना पड़ा। रेटा ने कहा कि यह चुनाव भाजपा-कांग्रेस का नहीं बल्कि राजस्थान को वसुंधरा मुक्त करने वाला है। संघर्ष समिति की रणनीति  की ओर अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9413933337 पर रेटा से ली जा सकती है।
एस.पी.मित्तल) (18-11-18)
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