भाजपा ने कहा हम एक हजार थे, प्रशासन ने कहा कि तीन सौ ने ही गिरफ्तारी दी।

भाजपा ने कहा हम एक हजार थे, प्रशासन ने कहा कि तीन सौ ने ही गिरफ्तारी दी।
अजमेर में गिरफ्तारी पर विरोधाभाष। टिकिट के दावेदारों में दिखा उत्साह।


अजमेर शहर भाजपा के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा और देहात अध्यक्ष प्रोफेसर बीपी सारस्वत ने दावा किया है कि आठ फरवरी को पार्टी के जेल भरो आंदोलन में जिले भर के एक हजार कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर गिरफ्तारी के लिए स्वयं को प्रस्तुत किया। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट अशोक नाथ योगी ने कहा कि मात्र तीन सौ भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही गिरफ्तारी दी है। योगी ने बताया कि कलेक्ट्रेट पर जितने भी कार्यकर्ताओं ने स्वयं को गिरफ्तारी के लिए प्रस्तुत किया उन सभी को बसों में बैठाया गया और फिर एमडीएस यूनिवर्सिटी और कायड़ विश्राम स्थली पर ले जाया गया। यहां पर सभी कार्यकर्ताओं को सांकेतिक तौर पर गिरफ्तार किया और फिर छोड़ दिया गया। सभी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के नाम और मोबाइल नम्बर भी नोट किए गए हैं। पुलिस के रिकाॅर्ड के अनुसार मात्र तीन सौ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई है। वहीं सारस्वत और हेड़ा ने कहा कि प्रशासन तथ्यों को छीपा रहा है। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट पर जमा कार्यकर्ताओं के वीडियो फुटेज देखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन हमारे आंदोलन को सरकार के इशारे पर कमजोर दिखाना चाहता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की कर्ज माफी का दिखावा किया है। इससे किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की सम्पूर्ण कर्ज माफी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
टिकिटार्थियों में उत्साहः
भाजपा के नेता चाहे कितना भी दावा करें, लेकिन आठ फरवरी को अजमेर में भाजपा का जेल भरो आंदोलन फीका रहा। अपेक्षा के अनुरूप जिले भर के भाजपा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पर एकत्रित नहीं हो सके। यह तब हो रहा है जब हाल ही के विधानसभा चुनाव में अजमेर जिले में आठ में से पांच सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। इसी प्रकार जिला परिषद, नगर निगम एवं अन्य स्थानीय संस्थाओं पर भाजपा का कब्जा है। लेकिन ऐसा प्रतीत हुआ कि आंदोलन से भाजपा के आम कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाए रखी। जबकि लोकसभा चुनाव में दावेदारी जताने वाले अधिकांश नेता आठ फरवरी को सक्रिय रहे। शहर अध्यक्ष हेड़ा और देहात अध्यक्ष सारस्वत स्वयं भी दावेदार हैं। इसी प्रकार पुखराज पहाड़िया, भागीरथ च ौधरी, विकास च ौधरी, डाॅ. दीपक भाकर, पूर्व विधायक शत्रुघ्न गौतम, ओम प्रकाश भडाना, धर्मेन्द्र गहलोत आदि चुनाव में दावेदार हैं। इन सभी ने स्वयं को गिरफ्तारी के लिए प्रस्तुत किया। इसी प्रकार विधायक वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, सुरेश रावत, रामस्वरूप लाम्बा, जिला प्रमुख वंदना नोगिया वरिष्ठ नेता भंवरसिंह पला ड़ा, पूर्व मंत्री श्रीकिशन सोनगरा, सोमरत्न आर्य, श्वेता शर्मा, कंवल प्रकाश किशना, धर्मेश जैन आदि ने भी गिरफ्तारी दी। पूर्व शहर अध्यक्ष अरविंद यादव, अनिश मोयल, रोहित यादव आदि ने गिरफ्तारी दी। अजमेर जिले में भाजपा की संगठनात्मक स्थिति है उसे देखते हुए कलेक्ट्रेट पर बेहद कम कार्यकर्ता ही एकत्रित हो पाए। माना जा रहा है कि भाजपा के विधायकों ने अपेक्षित सहयोग नहीं किया। आमत तौर पर विधायक ही अपने अपने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को साथ लेकर आते हैं।

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