शक्ति प्रदर्शन के साथ आखिर किशनगढ़ विधायक सुरेश टाक ने कांगे्रस को समर्थन दिया। 

शक्ति प्रदर्शन के साथ आखिर किशनगढ़ विधायक सुरेश टाक ने कांगे्रस को समर्थन दिया। 
भाजपा प्रत्याशी चौधरी का अजमेर शहर में जोरदार स्वागत।
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अजमेर संसदीय क्षेत्र के किशनगढ़ के निर्दलीय विधायक सुरेश टाक ने आखिर कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर ही दी। 21 अप्रैल को टाक ने अपने समर्थकों का एक सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन में किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र के हजारों मतदाता शामिल हुए। विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। सम्मेलन में विधायक टाक ने माना कि उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि भाजपा की रही है, लेकिन गत विधानसभा के चुनाव में उनकी उपेक्षा की गई। कार्यकर्ताओं के आग्रह पर ही उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और मतदाताओं के समर्थन से जीत हासिल की। मैंने चुनाव में वायदा किया था कि विधायक बनने के बाद किशनगढ़ के लोगों की समस्याओं का समाधान करुंगा। अब मैं अपने वायदे पर खरा उतरना चाहता हंू। चूंकि मैंने किशनगढ़ के विकास के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया है, इसलिए अब हम सबका दायित्व बनता है कि लोकसभा चुनाव में किशनगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार रिजु झुनझुनवाला को बढ़त दिलवाएं। मेरे सामने सिर्फ किशनगढ़ के विकास का ही लक्ष्य है। अपने संबोधन के दौरान विधायक टाक कई बार भावुक भी हो गई। उन्हें इस बात का दु:ख रहा कि जिस राजनीतिक दल में 25 वर्षों तक कार्य किया, उसे छोड़ कर कांग्रेस को समर्थन देना पड़ रहा है। टाक ने कहा कि मैं इस दु:ख को किशनगढ़ के मतदाताओं के हित में सहन कर रहा हंू। उन्होंने कहा कि मेरा किसी से विरोध नहीं है। मैं सिर्फ किशनगढ़ के विकास के बारे में सोच रहा हंू। यह सम्मेलन मेरे उन कार्यकर्ताओं में का है कि जिनकी वजह से मैं विधायक बना हंू। जब मुझे किशनगढ़ के लोगों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुना है तो फिर मेरे लिए किसी राजनीतिक दल का खास महत्व नहीं है। मेरे कार्यकर्ता जो कहेंगे मैं वो ही करुंगा। सम्मेलन में पूर्व सरपंच गोपाल गुर्जर, कौशल्या प्रजापत, राजपूत समाज के उदयसिंह राठौड़, प्रताप सिंह शेखावत, रमेश चांडक, पार्षद राकेश काकड़ा आदि टाक की हौंसला अफजाई की।
खुश नहीं है किशनगढ़ के कांग्रेसी:
टाक ने भले ही कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर दी हो, लेकिन इससे किशनगढ़ के कांग्रेसी खुश नहीं है। स्थानीय कांग्रेसियों का मानना है कि टाक के आने से उनका महत्व कम होगा। टाक का समर्थन हासिल करने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। टाक के कार्यकर्ता सम्मेलन कांग्रेस के नेताओं ने पहले ही दूरी बनाए रखी।
टाक का शक्ति प्रदर्शन:
कार्यकर्ता सम्मेलन को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर टाक का शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है। टाक की सतर्कता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस प्रत्याशी रिजु झुनझुनवाला को भी आमंत्रित नहीं किया गया। हजारों की भीड़ टाक ने अपने दम पर एकत्रित की। टाक ने यह दिखाने की कौशिश की कि भाजपा और कांग्रेस के मुकाबले में उनकी अपनी पहचान और ताकत है। 23 मई को मतगणना वाले दिन पता चलेगा कि टाक की घोषणा का कितना फायदा कांग्रेस को हुआ है। यहां यह उल्लेखनीय है कि भाजपा उम्मीदवार भागीरथ चौधरी भी किशनगढ़ के ही हैं। चौधरी दो बार किशनगढ़ से विधायक रह चुके हैं।
जोरदार स्वागत:
21 अप्रैल को भाजपा प्रत्याशी भागीरथ चौधरी का अजमेर के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में जोरदार स्वागत किया गया। क्षेत्रीय विधायक वासुदेव देवनानी और सुभाष काबरा के नेतृत्व में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह चौधरी का स्वागत किया। शाम को पुष्कर रोड स्थित पुलिस चौकी के निकट एक भव्य समारोह आयोजित कर चौधरी को 51 किलो फूलों की माला पहनाई जा रही है तथा लड्डुओं से तोला जा रहा है। सुभाषा काबरा ने बताया कि चौधरी के समर्थन में एकल विद्यालय के कार्यकर्ता भी सक्रिय हैं। 21 अप्रैल को एडवोकेट अजय वर्मा, सीताराम शर्मा, सुरेश नवाल, गोविंद सोनी, विमल काबरा आदि ने पुष्कर रोड की दुकानों पर पीले चावल बांटे। लोगों से 29 अप्रैल को भाजपा के समर्थन में वोट देने की अपील की गई।
एस.पी.मित्तल) (21-04-19)
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