अजमेर के पीसांगन थाने में आरोपी की आत्महत्या का मामला राजस्थान सरकार के लिए मुसीबत बनेगा। 

अजमेर के पीसांगन थाने में आरोपी की आत्महत्या का मामला राजस्थान सरकार के लिए मुसीबत बनेगा। 
यह मामला दर्शाता है बिगड़ी कानून व्यवस्था।
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राजस्थान के अलवर गैंगरेप का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि 13 मई को पीसांगन पुलिस स्टेशन में चोरी के एक आरोपी मांगीलाल जाट की आत्महत्या का मामला हो गया। आरोप है कि पुलिस की प्रताडऩा की वजह से जाट ने हवालात के बाथरूम में फांसी लगा ली। फांसी के लिए हवालात की दरी को काट कर रस्सी बनाई गई। हालांकि पुलिस अब मांगीलाल जाट की आपराधिक पृष्ठ भूमि सामने रख रही है। लेकिन यह सवाल अपने आप में अहम है कि जाट ने पुलिस स्टेशन के बाथरूम में कैसे फांसी लगा ली। हवालात में बंद आरोपी पर हर पल नजर रखी जाती है। ऐसे में आरोपी को दरी काटने और रस्सी बनाकर बाथरूम में फांसी लगाने का इतना समय कहां से मिल गया। हालांकि इसे पुलिस की घोर लापरवाही माना जा रहा है, लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पीसांगन का मामला राजनीतिक तूल पकड़ सकता है। अलवर गैंगरेप कांड को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार चार दिनों तक राजस्थान की कांग्रेस सराकार पर हमला  बोला। अंतिम और सातवें चरण का चुनाव 19 मई को होना है। पूरी संभावना है कि पीसांगन थाने में आत्महत्या का मामला राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़े। अलवर गैंगरेप कांड में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 13 मई की दोपहर को सफाई दी और शाम को पीसांगन में थाने पर आत्म हत्या की घटना हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम गहलोत ने पुलिस के आला अफसरों से स्वयं जानकारी ली है। सूत्रों की माने तो अफसरों ने सीएम से कहा कि मृतक के परिजन इस मामले में आगे कोई कार्यवाही नहीं चाहते हैं। मृतक का अंतिम संस्कार भी शांतिपूर्ण तरीके से हो गया है। पुलिस के आला अधिकारियों  ने गृह विभाग का भी काम संभाल रहे गहलोत को भरोसा दिलाया है कि क्षेत्र में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
बिगड़ी कानून व्यवस्था:
पुलिस स्टेशन पर आरोपी द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने की घटना से प्रतीत होता है कि अजमेर जिले में कानून व्यवस्था के हालात बिगड़े हुए हैं। 12 मई की रात को ही गंज पुलिस स्टेशन के निकट बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में तोड़ फोड़ की गई। आए दिन ऐसी आपराधिक घटनाएं हो रही है। पुलिस की नाक के नीचे होने वाली घटनाओं पर भी लगाम नहीं लग रही है।
विधायक और प्रधान ने की परिजन से मुलाकात:
14 मई को नसीराबाद के भाजपा विधायक रामस्वरूप लाम्बा और पीसांगन पंचायत समिति के प्रधान राजेन्द्र सिंह रावत ने मृतक मांगीलाल जाट के गांव कालेसरा में जाकर परिजन से मुलाकात की। भाजपा नेताओं ने परिजन को भरोसा दिलाया कि दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करवाई जाएगी।
हत्या का मामला दर्ज हो:
भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष बीपी सारस्वत और लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी भागीरथ चौधरी ने मांग की है कि दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। पुलिस ने अभी तक छह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड और पूरे थाने को लाइन हाजिर करने की जो कार्यवाही की है वह नाकाफी है। मांगीलाल जाट की मृत्यु थाने के अंदर हुई है इसलिए अजमेर पुलिस जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में बड़े अधिकारियों को बचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस मामले को गंभीरता के साथ नहीं ले रहे हैं। पहले अलवर में गैंगरेप और अब अजमेर में पुलिस थाने के अंदर आत्महत्या का मामला दर्शाता है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि यदि दोषी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही नहीं हुई तो भाजपा जनआंदोलन करेगी।
एस.पी.मित्तल) (14-05-19)
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