एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में अभी भी पानी की धीमी आवक।
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Sp mittal
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August 8, 2019
एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में अभी भी पानी की धीमी आवक।
जल स्तर 309.20 मीटर के पार। भराव क्षमता 315.50 मीटर है।
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भले ही वर्षो को लेकर देश भर में हाहाकार मचा हुआ हो, लेकिन एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले राजस्थान के बीसलपुर बांध में अभी भी पानी की आवक धीमी है। 7 अगस्त को बांध के भराव क्षेत्र भीलवाड़ा में जो मुसलाधार वर्षा हुई उसके परिणाम स्वरूप 8 अगस्त दोपहर तीन बजे तक बांध का जलस्तर 309.20 मीटर मापा गया। बांध के जल स्तर पर निगरानी रखने वाले सहायक अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बांध में जिस त्रिवेणी स्थल से पानी की आवक होती है, वहां 2.15 मीटर का गेज रह गया है। इससे प्रतीत होता है कि बांध में पानी की आवक बहुत धीमी है। ज्योंज्यों बांध के फैलाव क्षेत्र में पानी आएगा त्यों त्यों जल स्तर बढऩे की रफ्तार धीमी हो जाएगी। बांध का फैलाव कोई बीस किलोमीटर का है। गत वर्ष भी बांध में इसी धीमी रफ्तार से पानी की आवक हुई इसलिए जल स्तर 310.24 मीटर का रहा। जबकि बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर की है। चूंकि गत वर्ष 310.24 मीटर ही पानी आया इसलिए अजमेर जयपुर, टोंक और दौसा में पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ा। अजमेर में तो पिछले कई वर्षों से दो दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। लेकिन बीसलपुर बांध में पानी की कमी होने और जयपुर को प्राथमिकता देने की वजह से अजमेर में तीन-चार दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई की गई। बरसात के दिनों में भी अभी यही स्थिति बनी हुई है। असल में जलदाय विभाग के इंजीनियर बीसलपुर बांध में पानी की अवक को लेकर चिंतित है। चूंकि बीसलपुर बांध से पानी की सप्लाई का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है,इसलिए पानी की मात्रा भी बांध में ज्यादा चाहिए। जहां तक अजमेर का सवाल है तो अजमेर जिला पूरी तरह बीलसपुर बांध पर निर्भर है। जिले में पेयजल का कोई स्त्रोत नहीं है इसलिए बांध से होने वाली सप्लाई पर ही निर्भरता रहती है।