राम नवमीं पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारत की सनातन संस्कृति के अनुरूप कन्याओं के पैर धोकर पूजा की।

राम नवमीं पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारत की सनातन संस्कृति के अनुरूप कन्याओं के पैर धोकर पूजा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी करते हैं नवरात्र में उपवास। 

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7 अक्टूबर को यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ योगी ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर परिसर में कन्याओं के पैर धोकर पूजा की। 7 अक्टूबर को नवरात्र के समापन के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने भारत की सनातन संस्कृति के अनुरूप कन्याओं का पूजन किया। योगी आदित्यनाथ भले ही देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री हों, लेकिन उन्होंने अपने धर्म के अनुरूप व्यवहार कर सबको सीख दी है। नवरात्र की नवमीं को सिद्धिदात्री मां का स्वरूप माना जाता है। इसलिए सनातन संस्कृति में कन्या पूजन की परंपरा हैं। जब समाज में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं, जब हमारी सनातन संस्कृति कन्याओं को देवी का अवतार मानने की सीख देती है। दुनिया में हमारी संस्कृति ही है जो समाज की अनेक बुराइयों से बचाने की सीख देती है। सीएम आदित्य नाथ ने कन्या पूजन कर सराहनीय कार्य किया है। महिलाएं चाहे किसी भी धर्म की हों, लेकिन उनका सम्मान होना चाहिए। कोई भी धर्म महिलाओं खासकर बच्चियों को परेशन करने की सीख नहीं देता है। सिद्धिदात्री देवी मां तो मंशा, समृद्धि, धन, बल आदि देने वाली दुर्गा माता है। राक्षस प्रवृत्ति वाले लोगों का नाश भी मां दुर्गा द्वारा ही किया जाता है। सनातन संस्कृति में नवरात्र का खास महत्व है, इसलिए घर घर में कन्या पूजन के कार्यक्रम होते हैं। करोड़ों श्रद्धालु नवरात्र के दिनों में उपवास कर मां दुर्गा की साधना करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नवरात्र में 9 दिनों तक उपवास रखते हैं और मां दुर्गा पूजा अर्चना करते हैं। तय कार्यक्रम के मुताबिक नवरात्र के बाद नरेन्द्र मोदी हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभाएं करेंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के जन्म भूमि विवाद को लेकर बहस अंतिम चरण में हैं। सीजेआई रंजन गोगोई के अनुसार 17 अक्टूबर तक सभी पक्ष अपनी बहस पूरी कर लेंगे। चूंकि जस्टिस गोगोई 17 नवम्बर को रिटायर हो रहे हैं, इसलिए वे 17 नवम्बर से पहले पहले रामजन्म भूमि विवाद पर फैसला दे देंगे। जस्टिस गोगोई पहले ही कह चुके हैं कि फैसला लिखने में कम से कम एक माह का समय लगेगा।
एस.पी.मित्तल) (07-10-19)
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