संघ अब मथुरा-काशी के मंदिरों के लिए कोई आंदोलन नहीं चलाएगा।

संघ अब मथुरा-काशी के मंदिरों के लिए कोई आंदोलन नहीं चलाएगा।
संघ का काम मनुष्य निर्माण का है।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड असंतुष्ट।
मुसलमानों को खैरात नहीं चाहिए-ओवैसी।

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9 नवम्बर को अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मीडिया से संवाद किया। पूरा देश संघ प्रमुख की प्रतिक्रिया जानने को उत्सुक था, इसलिए सभी न्यूज चैनलों ने भागवत की प्रेस कान्फ्रेंस का लाइव प्रसारण किया। भागवत से सवाल पूछा गया कि अयोध्या में जीत के बाद क्या अब मथुरा-काशी के मंदिरों के लिए भी संघ आंदोलन चलाएगा? इस पर भागवत ने कहा कि संघ कभी भी कोई आंदोलन नहीं करता है। संघ का काम मनुष्य निर्माण का है, जो निरंतर जारी रहेगा। भागवत ने कहा कि उनके संघ का अखिल भारतीय पदाधिकारी बनने के बाद संघ ने किसी भी आंदोलन में भाग नहीं लिया। भागवत ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला देशहित में है और इसे किसी की हार व जीत के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बने, यह इच्छा संघ की शुरू से ही रही है। सरकार अब सभी पक्षों के साथ मिलकर मंदिर निर्माण का काम करें। भागवत से पूछा गया कि मुस्लिम नागरिकों का अब आप क्या संदेश देना चाहेंगे तो भागवत ने कहा है कि नागरिक हिन्दू और मुसलमान नहीं होता। हर नागरिक भारतीय होता है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला देश में सद्भावना बढ़ाने वाला है।
मुस्लिम पक्ष असंतुष्ट:
मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड के प्रमुख जफरयाब जिलानी ने कहा कि मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में जो तर्क रखे उसके अनुरूप फैसला नहीं आया है। कोर्ट ने कुछ स्थानों पर मुस्लिम पक्ष के तर्क को माना लेकिन कई महत्वपूर्ण स्थानों पर हमारे तर्कों को खारिज कर दिया। अब बोर्ड इस संबंध में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन से संवाद करेगा और रिव्यूज पिटीशन सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जाएगी।  वहीं एआईएमआईएम के सांसद अससुदद्दीन ओवैसी ने कहा सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम तो है, लेकिन अचूक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को सरकार की खैरात नहीं चाहिए। हम अल्ला की इबादत के घर के लिए सरकार से जमीन नहीं लेंगे। हमें मस्जिद का निर्माण करना होगा तो हम सड़क पर भीख मांग कर अपना काम चलालेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद मथुरा और काशी को लेकर भावनाओं को भढ़काने का अवसर मिलेगा।
एस.पी.मित्तल) (09-11-19)
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