मुस्लिम समुदाय की पिछड़ी जातियों को एमबीसी में शामिल किया तो राजस्थान का गुर्जर समाज सड़कों पर उतरेगा।

मुस्लिम समुदाय की पिछड़ी जातियों को एमबीसी में शामिल किया तो राजस्थान का गुर्जर समाज सड़कों पर उतरेगा। डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपनी स्थिति स्पष्ट करें-विजय बैंसला।

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राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा मुस्लिम मिरासी समाज की पिछड़ी जातियों को एमबीसी (अति पिछड़ा वर्ग) में शामिल करने के प्रयासों की राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने कड़ी निंदा की है। समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र और इन दिनों गुर्जर समाज में सक्रिय भूमिका निभाने वाले विजय बैंसला ने कहा कि गुर्जर समाज ने 73 लोगों की जान गवां और लम्बा संघर्ष कर पांच प्रतिशत आरक्षण विशेष तौर पर हांसिल किया है। अब हम किसी भी स्थिति में हमारे आरक्षण में दखल अंदाजी बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार ने विस्तृत अध्ययन करने के बाद एमबीसी वर्ग में गुर्जर, गाडिय़ा लुहार, बंजारा, रेबारी और राइका जातियों को शामिल किया है। पांच प्रतिशत विशेष आरक्षण का लाभ सिर्फ इन्हीं जातियों के लोगों को मिलना चाहिए। यदि सरकार को किसी समुदाय की पिछड़ी जातियों को आरक्षण देना है तो उसे ओबीसी का वर्गीकरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज अपने बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगा।
डिप्टी सीएम पायलट स्थिति स्पष्ट करें:
बैंसला ने कहा कि राजस्थान पिछड़ा वर्ग आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रदेश भर में मुस्लिम मिरासी समाज की मंगणियार, दाढ़ी, लंगा, दमामी, मीर, नगारची, राणा, बायती, बारोटा आदि जातियों का जो सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक सर्वे करवाया जा रहा है उस पर अब प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। पायलट को यह बताना चाहिए कि क्या वे गुर्जर समुदाय के एमबीसी आरक्षण में मुस्लिम मिरासी समाज की जातियों को शामिल करना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि पायलट इस समय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं और सरकार में डिप्टी सीएम के महत्वपूर्ण पद पर बैठे हुए हैं। गुर्जर समाज के लोग पायलट को अपना प्रतिनिधि मानते हैं। लेकिन अब उन्हीं की सरकार एमबीसी आरक्षण में छेड़छाड़ का प्रयास कर रही है। बैंसला ने इस बात पर अफसोस जताया कि एमबीसी आरक्षण लागू होने जाने के बाद भी बैकलॉग को पूरा नहीं किया गया है।  बैंसला ने कहा कि आगामी पंचायतीराज के चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार मुस्लिम मीरासी समाज की जातियों को लेकर सर्वे करवा रही है। सरकार ने सर्वे को लेकर जो परिपत्र जारी किया है उसमें स्पष्ट उल्लेख है कि इन जातियों को विशेष पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित करने के लिए सर्वे हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के पिछड़ा वर्ग आयोग को भी गुर्जर समुदाय के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए।
अजमेर में हो रहा है सर्वे:
अजमेर के जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा के निर्देशों पर अजमेर जिले की सभी पंचायत समितियों में मुस्लिम मिरासी समाज से जुड़े पिछड़ी जातियों का सर्वे करवाया जा रहा है। इस संबंध में जिला कलेक्टर ने जिले के सभी तहसीलदारों को निर्देश जारी किए हैं। सभी तहसीलदारों से कहा गया है कि सर्वे रिपोर्ट तत्काल प्रभाव से पिछड़ा वर्ग आयोग को भिजवानी है इसलिए सर्वे का काम जल्द से जल्द किया जावे। प्राप्त जानकारी के अनुसार अजमेर जिले की तरह प्रदेश भर में इस तरह का सर्वे युद्ध स्तर पर हो रहा है। अजमेर के संभागीय आयुक्त कार्यालय और राज्य पिछड़ा आयोग के दिशा निर्देशों पर मुस्लिम मिरासी समाज की जातियों के सर्वे को लेकर अजमेर के कलेक्टर ने जो पत्र जारी किया है उसे मेरे फेसबुक पेज पर देखा जा सकता है।
एस.पी.मित्तल) (14-11-19)
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