अमितशाह के हमले का मुकाबले करने के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने स्वयम मोर्चा संभाला।

अमितशाह के हमले का मुकाबले करने के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने स्वयम मोर्चा संभाला।
अमितशाह के जोधपुर प्रवास के मद्देनजर गहलोत भी जमे रहे जोधपुर में।
अमितशाह ने जोधपुर में लिया बीएसएफ का सहयोग। 

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3 जनवरी को केन्द्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की राजस्थान के जोधपुर में संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में विशाल रैली हुई। इस रैली के मद्दे नजर ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने तीन जनवरी को दिन भर जोधपुर में ही प्रवास किया। माना जा रहा है कि अमितशाह के हमलों का जवाब देने के लिए ही गहलोत ने खासतौर से तीन जनवरी को जोधपुर में विभिन्न कार्यक्रम रखवाए। गहलोत ने कमला नेहरू कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन किया तो वहीं नववर्ष के उपलक्ष में सर्वसमाज की ओर से आयोजित स्नेह मिलन समारोह में भी भाग लिया। गहलोत ने यह दिखाने का प्रयास किया कि वे अमितशाह के राजनीतिक हमले से घबराते नहीं है। गहलोत ने दिन भर के सभी समारोह में संशोधित नागरिकता कानून की जमकर आलोचना की, तो वहीं कांग्रेस और गांधी परिवार की प्रशंसा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गहलोत का कहना रहा कि सीएए देश को तोडऩे वाला कानून है। तो कांग्रेस ने हमेशा देश हित में फैसले किए हैं। कांग्रेस ने आजादी के बाद लोकतंत्र को बचाए रखा इसलिए आज नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। गहलोत ने जिस अंदाज से विभिन्न समारोह में केन्द्र सरकार पर हमला किया उससे साफ प्रतीत था कि वे अमितशाह की रैली का जवाब दे रहे हैं। अमितशाह की रैली पूर्व में जयपुर में होने वाली थी, लेकिन अशोक गहलोत को उनके गृह जिले जोधपुर में ही जवाब देने के लिए शाह की रैली जोधपुर में की गई। अशोक गहलोत देश के उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने सीएए को अपने प्रदेश में लागू करने से इंकार कर दिया है। गहलोत लगातार केन्द्र पर हमलावर रहे हैं। गहलोत ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर तीखी टिप्पणियां की है। राजस्थान का मुख्यमंत्री रहते हुए गहलोत कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। अमितशाह की रैली जोधपुर में करने के पीछे पाकिस्तान से आए विस्थापित हिन्दुओं की पीड़ा को भी उजागर करना रहा। राजस्थान में कोई बीस हजार हिन्दू विस्थापित रह रहे हैं। इन्हें से 14 हजार से भी ज्यादा जोधपुर क्षेत्र में निवास कर रहे हैं। चूंकि अशोक गहलोत इन्हीं विस्थापितों को भारत की नागरिकता देने का विरोध कर रहे हैं इसलिए अमितशाह की रैली जोधपुर में राजनीतिक दृष्टि से बहुत मायने रखती है।
एस.पी.मित्तल) (03-01-2020)
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