प्रदर्शनी में रखे बेहरतीन मॉडल।
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अजमेर के माकड़वाली रोड स्थित पंचशील सी ब्लॉक में चल रहे फस्र्ट स्टेप स्कूल में 11 अप्रैल को बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी के शुभारंभ के अवसर पर मेरे सहित अजमेर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एस.के.अरोड़ा, नगर निगम के पूर्व माहपौर सोमरत्न आर्य व राजस्थान लोक सेवा आयोग के उपसचिव दिनेश गुप्ता अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में छोटे बच्चों ने अपनी कल्पना से जो मॉडल रखें वे वाकई बेहतरीन थे। सफाई से लेकर बिजली संरक्षण तक के मॉडलों को देखने से प्रतीत हो रहा था कि आने वाली पीढ़ी बहुत विवेकशील है। यह माना कि बच्चों के मॉडल बनाने में शिक्षकों और अभिभावकों की भी भूमिका होती है, लेकिन बच्चों की रुचि के अनुरूप ही मॉडल बनाए जाते हैं।
मोटे कागज का लेपटॉप, कम्प्यूटर, पुरानी सीडी के आकर्षक खिलौने, पिनहोल कैमरा, साइंस मैजिक आदि के मॉडल तो बच्चों की दक्षता अपने आप बता रहे थे। स्कूल के निदेशक एम.पी.मित्तल ने बताया कि इस स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के मानसिक विकास पर भी जोर दिया जाता है। बच्चा जब बड़ी कक्षाओं में पहुंचता है तो उसकी बुद्धि का विकास अपने आप होता है, लेकिन छोटी कक्षा में पढऩे वाले बच्चों की बुद्धि का विकास करना पड़ता है। हमारे स्कूल में डेढ़ और दो वर्ष की उम्र वाले मासूम बच्चों को ही प्रवेश दे दिया जाता है। हम बच्चों के पारिवारिक माहौल और बच्चों की कल्पनाशीलता को ध्यान रखते हुए विकास करवाते हैं, इस मौके पर डॉ. एस.के.अरोड़ा ने माना कि यदि छोटे बच्चों को बचपन से ही स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता दिखाई जाए तो वह बड़ा होकर निरोगी रह सकता है। छोटे बच्चे जल्द रोगग्रस्त होते हैं, इसलिए छोटी उम्र से ही बच्चों को स्वास्थ्य रहने की शिक्षा दी जानी चाहिए। समाजसेवी सोमरत्न आर्य का कहना रहा कि इस स्कूल में बच्चों को भारतीय संस्कृति के अनुरूप शिक्षा दी जाती है। बच्चों को जिस प्रकार वेद मंत्र सिखाए जाते हैं उससे बुद्धि का विकास अपने आप होता चला जाता है। समारोह में पुरस्कार जितने वाले बच्चों को पारितोषिक भी दिए गए। इस अवसर पर शिक्षिका सिम्पल पाटनी, छवि सेठी, शीनू जैन, प्रीति गोयल आदि का सम्मान भी किया गया।