पर अजमेर प्रशासन तो वसुंधरा राजे को महारानी मान कर ही तैयारियां कर रहा है। गंदे अजमेर की उजली तस्वीर दिखाई जाएगी।
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9 अगस्त को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने डूंगरपुर के एक समारोह में कहा कि जन प्रतिनिधि और अधिकारी स्वयं को सेवक मानकर जनता की भलाई के काम करें। पता नहीं डूंगरपुर के प्रशासन पर मुख्यमंत्री के इस कथन का कितना असर हुआ है। लेकिन अजमेर का प्रशासन तो वसुंधरा राजे को महारानी मान कर ही तैयारियां कर रहा है। स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में भाग लेने के लिए राजे 13 से 15 अगस्त तक अजमेर में ही रहेंगी। इस अवधि में जहां-जहां भी राजे के कार्यक्रम होने हैं, वहां-वहां अजमेर की उजली तस्वीर पेश करने में प्रशासनिक अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे। रात और दिन हजारों श्रमिकों को लगाकर काम करवाया जा रहा है। सभी विभागों के अधिकारियों की नींद हराम है। इसे राजे का खौफ ही कहा जाएगा कि इतनी मशक्कत करने के बाद भी अधिकारी डरे हुए हैं। न जाने किस बात से राजे नाराज हो जाएं। एक माह पहले ही सार्वजनिक तौर पर राजे अजमेर को गंदा शहर बता चुकी हैं। इसलिए जिन मार्गों से राजे को गुजरना है, उन मार्गों को हर दृष्टि से चमकाया जा रहा है। यहां तक कि अच्छे दिखने वाले डिवाइडरों को भी तोड़कर नया स्वरूप दिया गया है। हालांकि अभी यह भी तय नहीं है कि मुख्यमंत्री कौन से कार्यक्रमों में भाग लेंगी। हो सकता है कि कुछ भवनों का उद्घाटन रिमोट के द्वारा ही करा दिया जाए। इसके लिए प्रशासन ने वैकल्पिक बंदोबस्त किए हैं। प्रशासन के अधिकारियों का भी मानना है कि वसुंधरा राजे को जनता का सेवक मानकर जोखिम नहीं लिया जा सकता है। इसलिए जिला कलेक्टर एक-एक काम का स्वयं निरीक्षण कर रहे हैं। यहां तक की फुटपाथ की मरम्मत और सड़कों की सफाई का काम भी अपने जिम्मे ले रखा है। प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या मुख्यमंत्री के मिजाज की ही है। 10 अगस्त गुजर जाने के बाद भी प्रशासन को यह नहीं पता की मुख्यमंत्री 13 अगस्त को अजमेर आएंगी या नहीं। कभी कहा जा रहा है कि 14 अगस्त की सुबह आने के बाद 15 अगस्त की दोपहर को अजमेर से रवाना होंगी। कुछ अधिकारियों का कयास है कि मुख्यमंत्री 13 अगस्त की शाम को ही अजमेर आ जाएंगी। मुख्यमंत्री के अजमेर आने का निश्चित होने के बाद ही कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जाएगा। पर इतना जरूर है कि वसुंधरा राजे राजा महाराजाओं के मेयो कॉलेज में जरूर जाएंगी। मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए गर्वनिंग कौंसिल की बैठक भी 13 अगस्त को रखी गई है।
मेयो कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ अद्र्धनग्न प्रदर्शन।
मेयो कॉलेज प्रबंधन के द्वारा किए जा रहे शोषण के विरोध में 10 अगस्त को कर्मचारियों ने कॉलेज गेट के मुख्य द्वारा पर अद्र्धनग्न प्रदर्शन किया। कर्मचारी पिछले एक सप्ताह से आंदेालनरत हैं। कर्मचारियों ने घोषणा की है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अजमेर प्रवास के दौरान जब मेयो कॉलेज आएंगी तब भी उनके समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कॉलेज का प्रबंधन न केवल वेतन कम देता है, बल्कि रात और दिन शोषण भी करता है।
(एस.पी. मित्तल) (10-08-2016)
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