सीएम वसुंधरा राजे की हिफाजत के लिए दो हजार सुरक्षाकर्मी, लेकिन दलित अनिता कहार के बुरी तरह पीटने और बाल कटने के बाद पहुंची अजमेर पुलिस। शहरी क्षेत्र में अत्याचारियों ने पेड़ से बांधकर किया जुल्म।
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सीएम वसुंधरा राजे की हिफाजत के लिए दो हजार सुरक्षाकर्मी, लेकिन दलित अनिता कहार के बुरी तरह पीटने और बाल कटने के बाद पहुंची अजमेर पुलिस। शहरी क्षेत्र में अत्याचारियों ने पेड़ से बांधकर किया जुल्म।
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15 अगस्त को जब अजमेर में स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की हिफाजत के लिए दो हजार सुरक्षाकर्मी तैनात थे तब अजमेर के ही शहरी क्षेत्र के कोटड़ा स्थित अम्बेडकर कॉलोनी में कहार जाति की एक महिला अनिता को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा जा रहा था। इतना ही नहीं अत्याचारियों ने बेबस अनिता के सिर के बाल भी सार्वजनिक तौर पर काटे। अनिता ने जब विरोध किया तो उस पर लात-घुसें बरसाए गए। 15 अगस्त को अनिता पर ये जुल्म प्रात: 11 बजे शुरू हुआ और ढाई घंटे तक अनिता पिटती रही। दोपहर डेढ़ बजे क्रिश्चयनगंज थाने के सीआई विजेन्द्र सिंह मौके पर आए और अनिता को अपने सामने पेड़ से खुलवाया। अनिता ने बताया कि शहनाज, भूरी, रेशमा, फरीदा आदि महिलाओं ने बेवजह पीटा है। उसने बंटी शर्मा नामक युवक से प्रेम विवाह किया था, लेकिन पिछले दिनों बंटी अजमेर से चला गया। इन महिलाओं को शक था कि बंटी को भगाने में अनिता का सहयोग है। सवाल अनिता के अपराध का नहीं है। अनिता ने कोई अपराध किया है तो उसकी सजा अदालत देगी। सवाल यह है कि जब मुख्यमंत्री के लिए दो हजार सुरक्षाकर्मी तैनात हो सकते हैं तो फिर आम महिला की हिफाजत क्यों नहीं होती? पुलिस यदि शहरी क्षेत्र में भी ढाई घंटे बाद मौके पर भी पहुंचेगी तो इसकी कार्य कुशलता का अंदाजा लगाया जा सकता है। पुलिस में बीट सिस्टम लागू है। यानि हर गली मौहल्ले का एक सिपाही को बीट अधिकारी बनाया गया हैं। सवाल उठता है जब ढाई घंटे तक कहार जाति की महिला पेड़ से बंधी रही तो बीट अधिकारी को सूचना क्यों नहीं मिली। जाहिर है अजमेर पुलिस का सिस्टम पूरी तरह चरमरा गया है। सूचनातंत्र बेहद कमजोर है। जो पुलिस वाले अवैध काम करने वालों पर नजर रख कर अपने स्वार्थ पूरे करते है उन्हीं पुलिस वालों ने ढाई घंटे तक एक बेबस महिला को पेड़ से बंधे रहने दिया। क्या हमारी पुलिस सिर्फ सीएम की हिफाजत के लिए ही है? इसे एक संयोग ही कहा जाएगा जब अनिता पेड़ से बंधी हुई थी तब महिला मुख्यमंत्री स्वयं अजमेर में मौजूद थी। सीएम वसुंधरा राजे को भी इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि उनकी मौजूदगी के बावजूद ढाई घंटे तक एक महिला पेड़ से बंध कर क्यों पिटती और अपने बाल कटवाती रही? राजस्थान ही नहीं पूरे देश के लिए यह घटना शर्मसार करने वाली है। सीएम को चाहिए इस मामले में अजमेर पुलिस के बड़े अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें।
(एस.पी. मित्तल) (17-08-2016)
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