तो एडीए में खामाखां में टिके हुए हैं सुनील सिंघल। आयुक्त ने कहा कि सरकार का नहीं है कोई आदेश।

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तो एडीए में खामाखां में टिके हुए हैं सुनील सिंघल।
आयुक्त ने कहा कि सरकार का नहीं है कोई आदेश।
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सुनील सिंघल अजमेर के जलदाय विभाग में एसई के पद पर कार्यरत हैं। सिंघल को जलदाय विभाग से ही वेतन, वाहन आदि की सुविधाएं मिलती हैं। लेकिन इसे सिंघल की जोड़तोड़ ही कहा जाएगा कि वे अजमेर विकास प्राधिकरण में सक्रियता के साथ काम करते हैं। सिंघल की प्राधिकरण में दखलांदाजी को देखते हुए ही स्थानीय निकाय ने प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती विनीता श्रीवास्तव को एक पत्र लिखा है। इसमें यह जानना चाहा कि सिंघल जलदाय विभाग के बजाए प्राधिकरण में किसके आदेश से काम कर रहे हैं। सरकार के इस पत्र के जवाब में आयुक्त की ओर से कहा गया है कि सिंघल के कामकाज को लेकर सरकार का कोई आदेश नहीं है। यानि सिंघल खामाखां में प्राधिकरण में काम कर रहे हैं।
सीएमओ के आदेश:
सिंघल के संबंध में प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा का कहना है कि सीएमओ के आदेश से सिंघल की सेवाएं प्राधिकरण में ली जा रही हैं। सिंघल प्राधिकरण में तकनीकी सलाहकार की भूमिका निभा रहे हैं। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यात्रा की तैयारियों में भी सिंघल का विशेष योगदान रहा। हो सकता है कि सीएमओ के आदेश स्थानीय निकाय विभाग तक नहीं पहुंचे। हेड़ा ने कहा कि स्थानीय निकाय विभाग को प्राधिकरण से पत्र व्यवहार करने की जरुरत नहीं थी। अब इस मामले में सीएमओ से ही संवाद किया जाएगा।
नहीं रहे उपयोगी:
असल में सिंघल को प्राधिकरण में इसलिए लाया गया था ताकि प्राधिकरण की आवासीय कॉलोनियों में पेयजल की समस्या का समाधान हो। चूंकि सिंघल जलदाय विभाग के ही अधीक्षण अभियंता हैं, इसलिए उम्मीद की गई थी कि कॉलोनियों की समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन इस उम्मीद का उल्टा हो गया। सिंघल जिस विभाग के एसई हैं, उसी विभाग ने प्राधिकरण को पत्र लिखा है कि आवासीय कॉलोनियों में यदि पाइप लाइन बिछवानी है तो खर्च की राशि एडवांस में जलदाय विभाग में जमा करवानी होगी। जलदाय विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया जिन कॉलोनियों में करोड़ों रुपए के भूखंड बेचकर प्राधिकरण कमाई कर रहा है, उन में जलदाय विभाग अपने खर्च पर पाइप लाइन नहीं बिछा सकता। मालूम हो कि प्राधिकरण के पुष्कर घाटी स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर लेजर शो का ठेका अपने रिश्तेदार को दिलवाने को लेकर भी सुनील सिंघल चर्चा में आए थे।
(एस.पी. मित्तल) (25-08-2016)
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