देशभर की यूनिवर्सिटीज में अब हो सकेंगे गुरु गोबिंद सिंह और स्वामी दयानंद पर शोध। अजमेर सहित देशभर के आर्य समाजियों में खुशी।
#1801
=======================
गुरु गोबिंद सिंह जी और स्वामी दयानंद के देश भर के अनुयायिओं के लिए खुश खबरी है। यूजीसी ने गुरु गोबिंद सिंह और स्वामी दयानंद के नाम पर चेयर पीठ की मंजूरी दे दी है। यानि अब देशभर की यूनिवर्सिटीज में गुरु गोबिंद सिंह और स्वामी दयानंद की पीठ स्थापित हो सकती है। इस पीठ का खर्चा यूजीसी वहन करेगा। जो शोधार्थी इन दोनों महापुरुषों पर पीएचडी और एमफिल करेंगे उनका खर्चा यूजीसी के द्वारा दिया जाएगा। जो यूनिवर्सिटीज पीठ स्थापित करना चाहती है, उनसे यूजीसी ने 17 अक्टूबर तक प्रस्ताव मांगे हैं।
अजमेर में खुशी:
यूं तो देश भर में आर्य समाजियों के लिए खुशी की बात है,लेकिन अजमेर में ये खुशी खास महत्त्व रखती है। क्योंकि स्वामी दयानंद ने अपने प्राण अजमेर स्थित भिनाय कोठी के हॉल में त्यागे थे। इसलिए अब इस स्थान को स्वामी दयानंद निर्वाण स्थली कहा जाता है। इस ट्रस्ट से जुड़े आर्य समाजी डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने बताया कि एमडीएच मसाले के मालिक महाशय जी के आर्थिक सहयोग से निर्वाण स्थली का जिर्णोद्धार हो रहा है। उन्होंने पीठ की स्थापना पर हर्ष जताया।
प्रधानमंत्री को लिखा था पत्र:
अजमेर की परोपकारणी सभा के प्रधान प्रो. धर्मवीर ने बताया कि स्वामी दयानंद की पीठ के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था। उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री के निर्देशों पर यूजीसी ने पीठ स्थापना को मंजूरी दी है। इससे स्वामी दयानंद के सामाजिक सुधार कार्यों को युवा पीढ़ी को समझने का अवसर मिलेगा। मालूम हो कि अजमेर स्थित एमडीएस यूनिवर्सिटीज सिटी में राज्यपाल कल्याण सिंह ने स्वामी दयानंद पर पीठ स्थापित करने के निर्देश दिए थे। तब यूनिवर्सिटी के कुलपति कैलाश सोढानी ने एक करोड़ रुपए की मंजूरी भी दी थी, लेकिन अब इस पीठ के लिए यूनिवर्सिटीज को अपने कोष से कोई धनराशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी।
(एस.पी. मित्तल) (1-10-2016)
नोट- फोटोज मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
(www.spmittal.in) M-09829071511
www.facebook.com/SPMittalblog