तो क्या अब कश्मीर घाटी में आतंकियों की कमर टूट रही है? श्रीनगर के लाल चौक में भी सेना का घेरा। =====================

#2668
तो क्या अब कश्मीर घाटी में आतंकियों की कमर टूट रही है? श्रीनगर के लाल चौक में भी सेना का घेरा।
=====================
सब जानते हैं कि कश्मीर घाटी के श्रीनगर का लाल चौक आतंकवादियों का अड्डा बना हुआ था। आए दिन इसी लाल चौक पर पाकिस्तान और आईएस के झंडे लहराए जाते थे। खुले आम भारत विरोधी नारे भी लगाए जाते थे। सेना और सुरक्षा बलों में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वे आतंकियों के खिलाफ कार्यवाही कर सके। सुरक्षा बलों को मूकदर्शक बने देश विरोधी घटनाओं को देखना पड़ता था। लेकिन 10 जून को सेना ने लाल चौक की घेराबंदी कर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पिछले 15 सालों में यह पहला मौका है, जब लाल चौक की इस तरह घेराबंदी की गई है। सेना के जवान एक-एक घर की तलाशी लेकर आतंकवादियों का पता लगा रहे हैं। लाल चौक की घेराबंदी की हिम्मत इसलिए हुई क्योंकि सीमा पार से आने वाले आतंकवादियों को अब सीमा में घुसते ही मौत के घाट उतारा जा रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 दिन में कोई 30 आतंकी सुरक्षाबलों की गोली का निशाना बने हंै। अब आतंकियों को सुरक्षाबलों पर हमले का कोई मौका ही नहीं मिल रहा है। एक और सुरक्षाबलों ने आतंकियों की कमर तोड़ रखी है तो दूसरी अलगाववादियों के नेताओं के गले में भी पाकिस्तान की फंडिंग का फंदा डाल रखा है। शाह अली गिलानी, मीर वायज, यासिन मलिक जैसे नेताओं को घाटी में पत्थरबाजी और अशांति करने के लिए पाकिस्तान से 15 हजार करोड़ रुपए मिले। हवाला के जरिये आए इन पैसों का अब अलगाववादी नेता कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे नेताओं के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही हो रही है। लम्बे अरसे बाद यह पहला मौका है जब अलगाववादियों के नेताओं की गिरफ्तारी अथवा नजरबंदी हो रही है। यह भी पहला अवसर रहा जब घाटी में शांति के लिए अलगाववादी नेताओं से सरकार ने कोई बात नहीं की। सब जानते हैं कि सरकारों के संरक्षण की वजह से ही आतंकवादियों और अलगाववादियों ने 4 लाख हिन्दुओं को पीट-पीट कर भगा दिया। आज ऐसे हिन्दू अपना घर छोड़कर अपने ही देश में शरणार्थी बने हुए है। देखना है कि तेजी से बदलते हालातों में हिन्दू परिवार अपने घरों में वापसी कब करते हैं।
एस.पी.मित्तल) (10-06-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...