तो क्या भाजपा और कांग्रेस के नेता एक ही दिन में भूल गए सांवरलाल जाट को? उठावने की बैठक में कोई मंत्री, विधायक उपस्थित नहीं रहा।
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तो क्या भाजपा और कांग्रेस के नेता एक ही दिन में भूल गए सांवरलाल जाट को? उठावने की बैठक में कोई मंत्री, विधायक उपस्थित नहीं रहा।
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11 अगस्त को पूर्व केन्द्रीय मंत्री और अजमेर के सांसद स्वर्गीय सांवरलाल जाट के उठावने की बैठक जिले के गोपालपुरा गांव में हुई। इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि उठावने की बेठक में भाजपा और कांग्रेस का कोई बड़ा नेता, मंत्री, विधायक आदि उपस्थित नहीं रहा। 10 अगस्त को जब जाट का अंतिम संस्कार किया गया तो राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे के साथ पूरा मंत्रिमंडल उपस्थित था। अजमेर जिले के सभी भाजपा नेता और विधायक भी उपस्थित रहे। स्वर्गीय जाट की दमदार राजनीतिक छवि को भुनाने के लिए ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट के साथ कांग्रेस के छोटे बड़े नेता भी उपस्थित रहे। इतना ही नहीं 10 अगस्त को जब जाट की पार्थिव देह को सड़क मार्ग से जयपुर से उनके पैतृक गांव गोपालपुरा लाया गया तो जगह-जगह भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी। अजमेर शहर में तो नगर निगम के अग्निशमन केन्द्र के परिसर में श्रद्धांजलि देने का विशेष कार्यक्रम रखा गया। कल तक सरकार ने भी जाट की पार्थिव देह को इतनी गंभीरता से लिया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह को खासतौर से अजमेर भेजा। अजमेर में भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी के साथ पूरा मंत्रिमंडल उपस्थित था। लेकिन 11 अगस्त को उठावने की बैठक में उपस्थित न होकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने एक दिन में स्वर्गीय जाट को भुला देने की बात की है। उठावने की बैठक में अजमेर जिले के सात भाजपा विधायकों में से एक भी उपस्थित नहीं रहा। 10 अगस्त को जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, वहीं 11 अगस्त को जाट के परिजन को ही टेंट आदि लगवाना पड़ा। हालांकि उठावने की बैठक में गोपालपुरा और उसके आसपास के गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने ही बैठक में स्वर्गीय जाट को श्रद्धांजलि दी।
चौधरी और कुमावत रहे उपस्थित:
उठावने की बैठक में अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी और कांग्रेस के पूर्व विधायक ब्रह्मदेव कुमावत ही नेताओं के तौर पर देखे गए। असल में डेयरी अध्यक्ष चौधरी का स्वर्गीय जाट से पारिवारिक संबंध था। डेयरी के विकास में स्वर्गीय जाट की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। जाट के निधन के बाद भी डेयरी अध्यक्ष चौधरी उनके परिवार के साथ खड़े हैं।
एस.पी.मित्तल) (11-08-17)
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