सरकार की अन्नपूर्णा रसोई अब जन सहयोग से चलेगी। अजमेर में सीएम राजे की अपील पर वैश्य महासभा और विधायकों ने एक वर्ष के खर्च की जिम्मेदार ली। राजस्थान भर में चलने वाली सरकार की अन्नपूर्णा रसोई अब जन सहयोग से चलेगी। =========
#3153
16 अक्टूबर को सीएम वसुंधरा राजे ने अजमेर के विजय लक्ष्मी पार्क में आयोजित एक समारोह में इस योजना के द्वितीय चरण में 500 अन्नपूर्णा रसोई वाहनों के लोकार्पण की रस्म पूरी की। सीएम का कहना रहा कि आगामी दिसम्बर माह तक प्रदेश भर के सभी 175 शहरों में अन्नपूर्णा रसोई वाहन उपलब्ध होंगे। इसके लिए सीएम राजे ने सहयोगी संस्था के प्रमुख राजेन्द्र अग्रवाल की जमकर प्रशंसा की। लेकिन इसके साथ ही सीएम ने कहा कि सरकार की कोई भी योजना जन सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि समर्थ लोग अपने जन्मदिन, विवाह आदि के मौके पर सरकार की अन्नपूर्णा रसोई के खर्च का भुगतान कर सकते हैं। लोग एक दिन से लेकर एक वर्ष तक के खर्च का संकल्प ले सकते हैं। सीएम की इस अपील पर अजमेर जिले के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी, श्रीमती अनिता भदेल, शंकर सिंह रावत, शत्रुघ्न गौतम, भागीरथ चैधरी आदि ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में खड़ी होने वाली अन्नपूर्णा रसोई वैन का खर्च आगामी एक वर्ष तक उठाने की घोषणा की। इसी प्रकार मेयर धर्मेन्द्र गहलोत और अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने भी एक वैन का खर्च साल भर उठाने की घोषणा की। इतना ही नहीं वैश्य महासभा के प्रतिनिधि सुभाष काबरा, प्रवीण जैन, उमेश गर्ग आदि ने मंच पर पहुंच कर एक वैन का खर्च सालभर तक उठाने की घोषणा की। माना जा रहा है कि एक वेन पर कोई 6 लाख रुपए सालाना खर्च आएगा।
तमिलनाडू की अम्मा रसोई से अच्छी है मेरी अन्नपूर्णाः
समारोह में सीएम राजे ने कहा कि पूरे देश में तमिलनाडू की अम्मा रसोई की चर्चा होती है। जबकि मेरी अन्नपूर्णा रसोई तमिलनाडू से कहीं ज्यादा प्रभावी और उपयोगी है। तमिलनाडू में तो एक शहर में एक अम्मा रसोई बनाई गई है। जबकि मेरी अन्नपूर्णा रसोई की वैन एक शहर में कई स्थानों पर उपलब्ध है। पांच रुपए में नाश्ता और 8 रुपए में भरपेट भोजन कोई भी राज्य सरकार उपलब्ध नहीं करा सकती। चूंकि मुझे प्रदेश के गरीब और मेहनतकश आम आदमी की चिंता है, इसलिए आठ रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मेरी अन्नपूर्णा रसोई का भोजन न केवल स्वादिष्ट बल्कि शुद्ध भी है। सभी खाद्य सामग्री मशीनों से तैयार होती है। मैं स्वयं भी इस रसोई का खाना खा चुकी हूं।
एस.पी.मित्तल) (16-10-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)