अजमेर में बिजली, पानी की किल्लत और उपभोक्ताओं को परेशानी भाजपा को चुनाव में नुकसान पहुंचाएगी। भुगतान तिथि के अंतिम दिन बंट रहे हैं पानी के बिल तथा बिजली में ट्रिपिंग।

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भाजपा के नेता माने या नहीं लेकिन इन दिनों भीषण गर्मी के पानी और बिजली को लेकर आम लोगों को जो परेशानी हो रही है उसका खामियाजा भाजपा को नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा। सत्ता में मदहोश भाजपा के विधायक भले ही अभी भी शिलान्यास और उद्घाटन में उलझे हो, लेकिन हराने के लिए बिजली पानी के मुद्दे ही काफी हैं। गंभीर बात तो ये है कि भाजपा के नेता पीड़ित लोगों के खिलाफ खडे़ होने के बजाए अत्याचारी अफसरों और टाटा कंपनी के साथ खड़े हैं।
पानी के बिलः
अजमेर शहर में तीन चार दिन में एक बार मात्र एक घंटे के लिए कमप्रेशर से पानी की सप्लाई होने से आम उपभोक्ता पहले ही त्रस्त है, लेकिन अब भुगतान तिथि के अंतिम दिन ही पानी के बिल बांट कर जलदाय विभाग पर जले पर नमक छिड़कने वाला कार्य कर रहा है। भुगतान के अंतिम दिन बिल मिलने से अधिकांश उपभोक्ता बिल की राशि जमा नहीं करवा पाए। ऐसे में बेवजह विलम्ब शुल्क देना पड़ रहा है। हरि भाऊ उपध्याय नगर क्षेत्र में उपभोक्ताओं को 28 मई को बिल मिले और 28 मई ही भुगतान की अंतिम तिथि अंकित की गई थी। उपभोक्ताओं को परेशान करने वाले इस कृत्य को जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता जीनगर ने स्वीकार किया। उन्होंने माना कि पहले भी ठेकेदार ने उपभोक्ताओं को विलम्ब से बिल वितरित किए। इसको लेकर संबंधित ठेकेदार को दो बार नोटिस दिया जा चुका है। अब तीसरी बार नोटिस देकर सख्त कार्यवाही की जाएगी। लेकिन जीनगर इस सवाल का जवाब नहीं दे सके कि संबंधित ठेकेदार के खिलाफ अब तक सख्त कार्यवाही क्यों नहीं की गई। क्या यह उपभोक्ताओं के साथ जलदाय विभाग की खुली लूट नहीं है। पहले ही जब महीने में दस दिन पानी की सप्लाई देकर पूरे माह का बिल वसूला जा रहा है तब उपभोक्ताओं जबरन विलम्ब शुल्क क्यों लिया जा रहा है।

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