अशोक गहलोत समर्थक कुमारी शैलजा को बनाया राजस्थान की स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष। कांग्रेस के उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया शुरू।
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22 जून को पूर्व केन्द्रीय मंत्री और दलित नेता कुमारी शैलजा को राजस्थान में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। शैलजा को पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत का समर्थक माना जाता है। इसके साथ ही नवम्बर में होने वाले विधानसभा को लेकर प्रदेश में कांग्रेस के उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी पर इस समय प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का पूरी तरह कब्जा है। केन्द्रीय नेतृत्व में कई बार इस बात के संकेत दिए हैं कि विधानसभा चुनाव में पायलट की ही महत्वपूर्ण भूमिका होगी। लेकिन समय समय पर अशोक गहलोत ने जो बयान दिए उनसे प्रतीत होता है कि चुनावों में गहलोत भी राजस्थान से दूर नहीं रहेंगे। कुमारी शैलजा की नियुक्ति इसी बात का संकेत देती है। हालांकि पायलट और गहलोत कई बार कह चुके हैं कि चुनाव को लेकर संगठन में कोई विवाद नहीं है। गहलोत ने तो यहां तक कहा कि मुझे गांधी परिवार बहुत कुछ दिया है। यह जरूरी नहीं कि मुझे मुख्यमंत्री बनाया जाए तभी मैं काम करुंगा। मैं कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता हंूं। मेरा यह प्रयास है कि राजस्थान में बहुमत से कांग्रेस की सरकार बने। कुमार शैलजा की नियुक्ति के बाद राजस्थान में गहलोत के समर्थक भी उत्साहित हैं। वहीं पायलट के समर्थकों का कहना है कि कुमारी शैलजा की नियुक्ति एक सामान्य प्रक्रिया है। जिला कांग्रेस कमेटियों की ओर से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से तीन-तीन नाम प्रस्तावित किए जाएंगे। जिला स्तर पर स्क्रीनिंग करवाने में शैलजा की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। शैलजा की नियुक्ति के साथ ही जातिगत समीकरणों का भी ध्यान रखा गया है। कुमारी शैलजा दलित वर्ग से आती हैं, वहीं स्क्रीनिंग कमेटी के दो सदस्य भी नियुक्त किए गए हैं। सामान्य वर्ग से ललितेज त्रिपाठी जबकि मुस्लिम समुदास से शकीर को सदस्य बनाया गया है।