एक करोड़ 50 लाख लाभार्थी हैं तो फिर राजस्थान में भाजपा को कौन हरा सकता है।
=============
5 जुलाई को राजस्थान की भाजपा सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर अखबारों में फुलपेज का विज्ञापन छपवाया है। इस विज्ञापन में दावा किया है कि नरेन्द्र मोदी की केन्द्र सरकार और वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में किसी न किसी तरह 1 करोड़ 50 लाख लोगों ने फायदा उठाया है। यानि प्रदेश के अधिकांश घरों में लाभार्थी मिल जाएगा। सवाल उठता है कि जब इतनी बड़ी संख्या में लाभार्थी हैं तो फिर नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कौन हटा सकता है? क्या ये लाभार्थी भाजपा से खुश नहीं होंगे? फिर 7 जुलाई को प्रदेशभर के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद सम्मानित करने जा रहे हैं। विज्ञापन में यह भी कहा गया है कि जयपुर में 7 जुलाई को प्रातः 11 बजे अमरूदों के बाग में मोदी सीधा संवाद करेंगे। जब प्रदेश में एक करोड़ 50 लाख लाभार्थी हैं तो फिर पीएम की सभा में 3 लाख लाभार्थियों को जुटाने का लक्ष्य भी आसानी से पूरा हो जाएगा।
उपचुनाव में हारः
आज भले ही एक करोड़ 50 लाख लाभार्थी होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन विगत दिनों लोकसभा के दो उपचुनाव में भाजपा को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। सभी 17 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की हार से लाभार्थियों की संख्या के दावों पर प्रश्न चिह्न लगता है। ऐसा तो हो नहीं सकता कि कोई राजस्थानी सरकार से नौकरी, गैस कनेक्शन, स्कूटी, घर, मुफ्त ईलाज, लाखों का मुआवजा आदि ले ले और वोट भी नहीं दें। राजनीति में रह कर यह कहना कि हम वोट के लिए लाभ नहीं देते, बेकार के तर्क हैं। यदि ऐसा होता तो विज्ञापन देकर यह भी नहीं बताया जाता कि राजस्थान में कितने लाभार्थी हैं। राजनीति में सब कुछ वोट के लिए ही किया जाता है। लेकिन राजनेताओं को यह भी समझना चाहिए कि लाभ देने के साथ आम लोगों से अच्छा व्यवहार भी करना पड़ता है। सत्ता के घमंड में यदि दुर्व्यवहार किया जाएगा तो फिर किसी भी दल के लिए चुनाव जीतना मुश्किल होगा।
ऐसे मिला एक करोड़ 50 लाख लोगों को लाभः
5 जुलाई को राज्य सरकार की ओर जो जो विज्ञापन जारी किया गया उसमें बताया गया कि कौशल एवं आजीविका विकास योजना में 15 लाख युवाओं को रोजगार स्वयं रोजगार के अवसर मिले। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में 32 लाख 5 हजार परिवारों को गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में 6 लाख 73 हजार बच्चों को लाभ मिला। आवास योजना में 11 लाख 95 हजार घरों का निर्माण किया गया। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में राजस्थान के 44 लाख 48 हजार लोगों को लाभ पहुंचा। पालनहार योजना में राज्य के 2 लाख 35 हजार लोगों ने लाभ प्राप्त किया। मुख्यमंत्री राजश्री योजना में 10 लाख बालिकाओं को लाभ। 15 हजार 400 छात्राओं को निःशुल्क स्कूटी दी गई। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में 22 लाख लोगों का निःशुल्क इलाज करवाया गया। तीन लाख 6 हजार श्रमिकों को एक हजार करोड़ की सहायता श्रमिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से दिलवाई गई। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान में 12 हजार से भी ज्यादा गांव और शहरों में तीन लाख 30 हजार पानी के ढांचे बनाए गए।