2 विधायक, 4 प्रधान तथा 1 हजार सरपंच, वार्ड मेम्बर होने के बाद भी अजमेर में रावतों के पक्के मकान टूट गए। स्वामी सेवानंद गिरी ने र ावत नेताओं को चेताया।
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अजमेर विकास प्राधिकरण ने अपने अतिक्रमण हटाओ अभियान के अंतर्गत गत दिनों कोटड़ा क्षेत्र में रावत समाज के अनेक लोगों के वर्षों पुराने पक्के मकान जेसीबी से तोड़ कर मिट्टी के ढेर में तब्दील कर दिए। प्राधिकरण की इस कार्यवाही से अब रावत समाज में भारी नाराजगी है। पीड़ितों का कहना है कि मकान तब बनाए थे, जब कोटड़ा गांव प्राधिकरण की सीमा में नहीं थे। जबकि प्राधिकरण का कहना है कि यह क्षेत्र अब प्राधिकरण की योजना में शामिल है और सभी खातेदारों को भूमि का मुआवजा दिया जा चुका है। चूंकि तोड़फोड़ की यह कार्यवाही विधानसभा से पहले हुई है, इसलिए राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। पुष्कर स्थित कपालेश्वर मंदिर के महंत और रावत समुदाय के धर्मगुरु स्वामी सेवानंद गिरी ने पक्के मकानों को तोड़ने की निंदा करते हुए कहा कि यह अन्याय तब हुआ है, जब अजमेर जिले में भाजपा के दो विधायक, चार प्रधान तथा करीब एक हजार सरपंच, वार्ड मेम्बर रावत जाति के हैं। जो नेता अपनी जाति के वोट और ताकत के बल पर आज सत्ता की मलाई चाट रहे हैं उन्होंने समाज के पीड़ित लोगों की कोई सुध नहीं ली है, इसलिए मेरे जैसे समाजसेवियों ने एक लाख रुपए की राशि एकत्रित कर पीड़ितों को दी है ताकि भोजन आदि का इंतजाम हो सके। उन्होंने कहा कि जो रावत अपने नेताओं को सरपंच, विधायक, मंत्री आािद बनवा सकता है वो कुर्सी से उतारने की क्षमता भी रखता है। रावत जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे समाज के पीड़ितों की मदद करें, नहीं तो विधानसभा चुनाव में परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। प्राधिकरण की तोड़फोड़ के विरोध में ही पांच सितम्बर को कोटड़ा स्थित बाबा रामदेव मंदिर में राजस्थान रावत महासभा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. शैतान सिंह रावत की ओर से एक सभा रखी गई है। इस सभा में आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
भूखंड देने का प्रस्तावः
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजनीति में उबाल की स्थिति को देखते हुए अब प्राधिकरण ने पीड़ित परिवारों को पचास वर्गगज के भूखंड उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव किया है। इसके लिए 6 सितम्बर को प्राधिकरण की बैठक भी रखी गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत को संसदीय सचिव बन कर राज्यमंत्री की सुविधा ले रहे हैं, जबकि ब्यावर के शंकर सिंह रावत अपनी जाति के मतों के दम पर ही लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। इस प्रकरण में अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9414415450 पर स्वामी सेवानंद गिरी से ली जा सकती है।