डीएसओ की आईडी चुराकर गरीबों के राशन पर डांका। पुलिस में मामला दर्ज।
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अजमेर के जिला रसद अधिकारी द्वितीय विनय कुमार शर्मा की आईडी चुराकर राशन की दुकानों से गेंहू का घोटाला करने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में शर्मा ने अजमेर के सिविल लाइन पुलिस स्टेशन पर मुकदमा भी दर्ज करवा दिया है। शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वे 17 से 20 जुलाई तक राजकीय कार्य से सिरोही में कार्यरत थे। 23 जुलाई को उन्होंने पुनः अजमेर कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करवाई और 25 जुलाई को जब अपने कम्प्यूटर की जांच पड़ताल की तो पता चला कि उनकी आईडी से राशन की तीन दुकानों से बड़ी मात्रा में गेंहू की बिक्री कर दी गई। महत्वपूर्ण बात ये है कि ये तीनों दुकाने शर्मा के कार्य क्षेत्र से बाहर की हैं। इनमें से दो दुकाने अजमेर शहर में और एक किशनगढ़ में है। पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार अजमेर शहर के राशन विक्रेता कन्हैयालाल और कुंजबिहारी टांक तथा किशनगढ़ शहर के विक्रेता बलेन्द्र सिंह के यहां से गेंहू की सप्लाई अवैध तरीके से की गई। असल में जिन बीपीएल उपभोक्ताओं के अंगूठे का निशान पाॅस मशीन पर नहीं मिलता है उन उपभोक्ताओं को डीएसओ के आईडी पासवर्ड के जरिए गेंहू की बिक्री की जाती हैं इसके लिए राशन विक्रेता डीएसओ कार्यालय में सूचना देता है। लेकिन प्राथमिक जांच में यह पता चला कि राशन विक्रेता ने उपभोक्ता के बारे में कोई सूचना नहीं दी और गेंहू की बिक्री कर दी। शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में आशंका जताई है कि किसी जानकार ने उनके कम्प्यूटर पर छेड़छाड़ कर आईडी और पासवार्ड चुरा लिया। शर्मा ने इस संबंध में अजमेर की कलेक्टर आरती डोगरा को भी लिखित में शिकायत की है। जिस पर कलेक्टर ने जांच कमेटी भी गठित की है। हालांकि अब डीएसओ शर्मा का तबादला सीकर में इसी पद पर हो गया है। लेकिन शर्मा चाहते हैं कि अपराधियों को सजा मिले।