विवादों में है केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का अजमेर का कार्यक्रम। आखिर कौन करवा रहा है मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान समारोह। दक्षिण क्षेत्र के विद्यार्थी मायूस।
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तय कार्यक्रम के अनुसार केन्द्रीय कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी 20 सितम्बर को प्रातः 10 बजे अजमेर के मोईनिया इस्लामिया सीनियर सैकंडरी स्कूल के मैदान पर अजमेर उत्तर क्षेत्र के मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेंगी। इस कार्यक्रम को लेकर शहर में जो होर्डिंग लगाए गए हैं उससे यह पता ही नहीं चलता कि यह कार्यक्रम कौन करवा रहा है? क्योंकि किसी भी सरकारी अथवा सामाजिक संस्था का नाम नहीं हैं, लेकिन स्मृति ईरानी के फोटो के साथ उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक और प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी का फोटो लगा है। इससे प्रतीत होता है कि समारोह को देवनानी ही करवा रहे हैं। इस समारोह की अध्यक्षता स्वयं देवनानी करेंग, लेकिन यह समारोह शिक्षा विभाग का है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। यह बात अलग है कि मेधावी विद्यार्थियों को समारोह में लाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि नवम्बर में होनेे वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए देवनानी सिर्फ अपने निर्वाचन क्षेत्र के विद्यार्थियों को ही सम्मानित कर रहे हैं। इससे अजमेर शहर के दूसरे भाग दक्षिण क्षेत्र के विद्यार्थी मायूस हैं। सवाल पूछा जा रहा है कि जब स्मृति ईरानी जैसी दिग्गज केन्द्रीय मंत्री आ रही हैं तो फिर आधे अजमेर के विद्यार्थियों को ही क्यों सम्मानित किया जा रहा है? ऐसा नहीं कि दक्षिण क्षेत्र की विधायक श्रीमती अनिता भदेल कांग्रेस की विधायक हैं। भदेल भाजपा की विधायक होने के साथ-साथ प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग की स्वतंत्र प्रभार की मंत्री हैं। लेकिन राजनीतिक द्वेषता के चलते समारोह में भदेल के दक्षिण क्षेत्र के विद्यार्थियों को शामिल नहीं किया गया है।
विद्यार्थियों की पीड़ाः
कहा जा रहा है कि 10वीं व 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट परिणाम लाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। लेकिन एक ही कक्षा में पढ़ने वाले चार विद्यार्थी सम्मानित होंगे तो दूसरे पांच विद्यार्थी सम्मान से वंचित रहेंगे। वंचित रहने वाले विद्यार्थियों का दोष यही है कि वे देवनानी के उत्तर क्षेत्र में रहने के बजाए भदेल के दक्षिण क्षेत्र में रहते हैं। सवाल उठता है कि क्या शहर भर के विद्यार्थियों को सम्मानित नहीं किया जा सकता है? भेदभाव की पीड़ा का अहसास भले ही शिक्षा मंत्री देवनानी को न हो, लेकिन दक्षिण क्षेत्र के विद्यार्थी खास कर छात्राओं की आंखों में आंसू हैं। कौन छात्रा नहीं चाहती कि वह स्मृति ईरानी जैसी केन्द्रीय मंत्री के हाथों से सम्मानित न हो। शायद स्मृति ईरानी को भी अजमेर की छात्राओं की पीड़ा का अहसास नहीं होगा। यदि पता होता तो वे महिला मंत्री होने के नाते कभी भी भेदभाव पूर्ण वाले समारोह में भाग नहीं लंेती। आखिर स्मृति ईरानी को भी जवाब देना होता है। बच्चों के साथ यह राजनीतिक भेदभाव तब हो रहा है, जब दो माह बाद ही विधानसभा के चुनाव होेने हैं। दक्षिण क्षेत्र के जो पात्र विद्यार्थी सम्मान से वंचित हैं उनके अभिभावकों की भावनाओं का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। भाजपा के किसी भी नेता को इस बात की फिक्र नहीं है कि बच्चों के साथ किए इस भेदभाव का चुनाव पर कितना असर पड़ेगा। देवनानी के समर्थक कह सकते हैं कि अनिता भदेल भी अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का ही ध्यान रखती हैं। लेकिन चुनाव के मौके पर तो कम से कम ऐसे विवादों से बचना चाहिए। सवाल यह भी है कि क्या एक विधानसभा क्षेत्र का समारोह स्मृति ईरानी जैसी केन्द्रीयमंत्री की प्रतिष्ठा के अनुरूप है?
बोर्ड अध्यक्ष को भी नहीं बुलायाः
देवनानी अपने क्षेत्र के जिन 4 हजार मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर रहे हैं, उनमें से अधिकांश ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है। लेकिन सम्मान समारोह में बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. बीएल च ौधरी को भी नहीं बुलाया है। च ौधरी इसी माह 30 सितम्बर को अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं।