सनातन धर्म के अनुरूप रहने वालों को ही भारत में जगह मिले-स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज।

सनातन धर्म के अनुरूप रहने वालों को ही भारत में जगह मिले-स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज।
======
श्री आदि प्रज्ञा फाउंडेशन के प्रमुख और शंकराचार्य की द्वारका व बद्रीका पीठ से जुड़े स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज ने कहा है कि हमारी सनातन संस्कृति के अनुरूप रहने वालों को ही भारत में जगह मिलनी चाहिए। 19 सितम्बर को अजमेर में पत्रकारों से संवाद करते हुए स्वामी प्रज्ञानानंद ने कहा कि आज पूरे विश्व में आतंकवाद की गूंज हैं। धर्म की आड़ लेकर आतंकवाद को फैलाया जा रहा है। विश्व में हमारी सनातन संस्कृति ही एक मात्र ऐसी संस्कृति है जो सबको साथ लेकर चलती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग हमारी संस्कृति का अनुसरण करें। हमारी सनातन संस्कृति का अनुसरण नहीं करने की वजह से ही 1947 में भारत का विभाजन हुआ जो लोग सनातन संस्कृति के अनुरूप जीना नहीं चाहते थे। उन्होंने अपना पाकिस्तान बना लिया। तब हलाल और हराम का विवाद भी सामने आया। पाकिस्तान जाने वाले लोग उन्हीं वस्तुओं का सेवन करते थे, जिनका हमारी सनातन संस्कृति में निषेद है। लेकिन इसे दुर्भाग्य पूर्ण ही कहा जाएगा कि धर्म निरपेक्षता की आड़ में हमारी सनातन संस्कृति को पीछे धकेल दिया गया। इसका परिणाम आज हम देख रहे हैं कि भारत में आतंकवाद तेजी से पनप रहा है। हालात इतने खराब हैं कि कश्मीर से सनातन संस्कृति वाले हिन्दुओं को पीट-पीट कर भगा दिया गया। आज कश्मीर घाटी में ऐसे लोग रह गए है। जो एक बार फिर भारत का विभाजन चाहते हैं। स्वामी प्रज्ञानानंद ने कहा कि यदि देश के सत्ताधीशों ने सनातन संस्कृति को मजबूत नहीं किया तो देश के कई राज्यों के हालात कश्मीर जैसे होंगे। वोट की राजनीति ने भारत को बरबाद कर दिया है। समझ में नहीं आता कि जब हमारी सनातन संस्कृति से मेल नहीं हो रहा है तो फिर ऐसे लोग भारत में समान अधिकार के साथ कैसे रह रहे हैं। इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा कि कुछ लोगों के लिए देश के कानून से बड़ा धर्म हो गया है। देश पहले ही आतंकवाद से जूझ रहा है और अब रोहिंग्या नागरिकों की समस्या और खड़ी हो गई है। यदि भारत के अस्तित्व को बचाना है तो हमें सनातन संस्कृति के अनुरूप चलना होगा।
फाउंडेशन के सामाजिक कार्यः
स्वामी प्रज्ञानानंद ने बताया कि जयपुर के निकट चैमू क्षेत्र में कोई 70 बीघा भूमि पर फाउंडेशन के भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। सम्पूर्ण भवन का निर्माण श्रीयंत्र की आकृति की तरह होगा। भवन के परिसर में यूनिवर्सिटी के साथ-साथ कैंसर रिसर्च सेंटर भी खोला जाएगा। यहां बहुत कम शुल्क पर कैंसर रोगियों का इलाज होगा। फाउंडेशन के बारे में और अधिकारी जानकारी मोबाइल नम्बर  6375144287 व 9314230849 पर स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज से ली जा सकती है। अजमेर पहुंचने पर धर्मप्रेमी विष्णु च ौधरी, देवेश गुप्ता, गोपाल चंद गोयल, दीपचंद श्रीया आदि ने स्वामी प्रज्ञानानंद का स्वागत किया।
एस.पी.मित्तल) (19-09-18)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
अपने वाट्सएप ग्रुप को 7976585247 नम्बर से जोड़े
Print Friendly, PDF & Email

You may also like...