अजमेर के पेयजल संकट को लेकर वकील समुदाय प्रधानमंत्री से मिलेगा। बीसलपुर बांध से जयपुर को पानी दिए जाने पर रोष। कांग्रेस वकीलों के साथ।
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अजमेर के भीषण पेयजल संकट को लेकर 29 सितम्बर को जिला बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित एक बैठक में कांग्रेस के नेताओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि एसोसिएशन आंदोलन की जो रणनीति बनाएगी उसमें कांग्रेस का पूरा सहयोग मिलेगा। इस बैठक में बीसलपुर बांध से जयपुर जिले को पानी दिए जाने पर रोष जताया गया। बैठक के आरंभ में एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने कहा कि तीन और चार दिन में एक बार पानी मिलने से अजमेर जिले में त्राहि त्राहि मची हुई है। एक ओर अजमेर को पानी नहीं मिल रहा, वहीं बीसलपुर बांध से जयपुर को रोजाना करीब चार लाख एमएलडी पानी की सप्लाई की जा रही है। जबकि बीसलपुर बांध का निर्माण अजमेर की प्यास बुझाने के लिए ही किया गया था। भाजपा के वरिष्ठ नेता और यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन ने कहा कि जयपुर को पानी दिए जाने का उन्होंने पहले भी विरोध किया था और वे आज भी अपनी मांग पर कायम हैं। भाजपा के युवा नेता और पीसांगन पंचायत समिति के प्रधान अशोक सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की स्थिति बहुत ही खराब है। इसके लिए सरकार को जल्द से जल्द कार्यवाही करनी चाहिए। वहीं कांग्रेस के प्रदेश मंत्री महेन्द्र सिंह रलावता, शहर अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व मंत्री ललित भाटी, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सबा खान, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य दीपक हासानी, राजेश टंडन, विवेक पाराशर आदि ने भी पेयजल संकट पर चिंता जताई। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि छह अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित अजमेर यात्रा के दौरान शहर का एक प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करने का प्रयास करेगा। ताकि प्रधानमंत्री को पेयजल के संकट से अवगत कराया जाए। इसके लिए जिला प्रशासन के माध्यम से समय मांगा जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि अजमेर को मांग के अनुरूप पेयजल देने और जयपुर की सप्लाई पर रोक लगाने को लेकर एक बड़ा जनआंदोलन किया जाएगा।
मंत्री और मेयर ने दिलाया भरोसाः
बैठक समाप्ति से कुछ देर पहले पहुंचे स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही अजमेर की पेयजल व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। देवनानी ने कहा कि एक अक्टूबर से जो 50 प्रतिशत पेयजल की कटौती की जानी थी, उसे स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीसलपुर बांध में पिछले बीस दिनों में एक मीटर से ज्यादा पानी की आवक हो गई है और अभी भी बांध में आवक जारी है। ऐसे में अगले वर्ष जून तक पेयजल की सप्लाई आसानी के साथ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार पेयजल की समस्या को लेकर संवेदनशील है।