पानी के मुद्दे पर अजमेर के वकीलों ने भाजपाईयों के साथ गांधीगिरी की। प्रशासन को 3 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम।
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अजमेर में चल रहे भीषण पेयजल संकट की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए वकील समुदाय ने 2 अक्टूबर को भाजपा के नेताओं के साथ गांधीगिरी की। भाजपा के नेता गांधी जयंती पर गांधी भवन स्थित परिसर में लगी गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने आए तो पहले से ही वकील समुदाय गुलाब के फूल लेकर खड़ा था। भाजपा के राज्य सभा सांसद नारायण लाल पचारिया, स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी, मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, भाजपा नेता रमेश सोनी, कंवल प्रकाश किशनानी आदि को फूल दिए गए। फूल देने वालों में बार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अजय त्रिपाठी, विवेक पाराशर, हरीसिंह गुर्जर, मुकेश मिश्रा, समीर शर्मा, अशरफ बुलंद, फैय्याज खान आदि शामिल थे। वकीलों का कहना रहा कि जब अजमेर के लोगों को अन्य दिन में एक बार मात्र एक घंटे के लिए पेयजल की सप्लाई हो रही है तब सत्ता में बैठे नेताओं को लोगों के दर्द का अहसास होना चाहिए। भीलवाड़ा की पेयजल योजना के अंतर्गत चम्बल नदी का पानी बीसलपुर बांध तक लाया जा सकता है। इसमें भाजपा के नेताओं को पहल करनी चाहिए। मालूम हो कि पेयजल की समस्या को लेकर वकील समुदाय ने पहल की है। आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभा रहे, विवेक पाराशर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 6 अक्टूबर के अजमेर दौरे को ध्यान में रखते हुए वकील समुदाय ने भी मुलाकात करने की मांग रखी है। यदि तीन अक्टूबर को दोपहर 12 बजे तक अजमेर प्रशासन का जवाब नहीं आता है तो फिर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।