अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर स्वयं सेवकों के पथ संचलन का शानदार इस्तकबाल। विजयादशमी पर 2 हजार स्वयं सेवकों की कदम ताल।
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19 अक्टूबर को विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों का पथ संचलन शहर भर में हुआ। स्टेशन रोड स्थित मोइनिया इस्लामिया स्कूल के मैदान से शुरू होकर यह पथ संचलन जब सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के सामने से गुजरा तो शनदार इस्तकबाल हुआ। संघ के बैंड की परंपरागत धुन और आवाज के बीच जब स्वयं सेवक कदम ताल करते हुए दरगाह के सामने से गुजर रहे थे, तब अनेक मुसलमानों ने पुष्प वर्षा की। भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शफीक खान के नेतृत्व में मोइन खान, जैनुलओबदीन, इशरत परवीन, सद्दाम हुसैन, जावेद शेख, फरीद खान, अली मोहम्मद, तेजपाल सिंह, मोहम्मद आरिफ आदि ने पुष्प वर्षा कर स्वयं सेवकों का इस्तकबाल किया। संघ के प्रचार प्रभारी निरंजन शर्मा ने बताया कि संघ के स्थापना दिवस के अवसर पर दो भागों के पथ संचलन किया। बालकों के वर्ग में 500 स्वयं सेवक शामिल रहे तो व्यस्क वर्ग में 1500 स्वयं सेवकों ने भाग लिया। पथ संचलन का समापन मोइनिया स्कूल के मैदान पर ही हुआ। स्टेशन रोड, मदार गेट, नया बाजार, दरगाह बाजार, नला बाजार, केसरगंज आदि प्रमुख बाजारों में जगह-जगह लोगों ने स्वयं सेवकों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। सभी स्वयं सेवक अनुशासन में रह कर पथ संचलन कर रहे थे।
शस्त्र पुजनः
संघ की परंपरा के अनुरूप पथ संचालन से पहले स्कूल मैदान पर शस्त्र पुजन का कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेएलएन अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डाॅ. बृजेश माथुर रहे। जबकि संघ के सहप्रांत प्रचारक शिव मुरली ने बौद्धिक दिया। मुरली का कहना रहा कि भारत की संस्कृति से ही देश की एकता और अखंडता कायम रह सकती है। आज ऐसी ताकते हावी हो रही है। जो देश की अखंडता को तोड़ना चाहती है। समारोह में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी जगदीश राणा, बसंत विजयवर्गीय, महानगर संघ चालक सुनील दत्त जैन भी उपस्थित रहे। स्वयं सेवक के तौर पर स्कूली शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी आदि भी उपस्थित थे।