अजमेर में अवैध बिल्डिंग में चल रहा है भाजपा का चुनावी मीडिया सेंटर।

अजमेर में अवैध बिल्डिंग में चल रहा है भाजपा का चुनावी मीडिया सेंटर। ब्राह्मण महासभा ने सीज करने की मांग की। 
=====
ब्राह्मण महासभा अजमेर के एक प्रतिनिधि मंडल ने दो नवम्बर को जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा से मुलाकात की। डोगरा को दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि कचहरी रोड स्थित डाॅ. क्षेत्रपाल के अस्पताल के पीछे जिस बिल्डिंग में भाजपा का चुनावी मीडिया सेंटर खोला गया है वह बिल्डिंग अवैध है। पूर्व में नगर निगम ने इस बिल्डिंग को अवैध मानते हुए सीज करने का नोटिस दिया था। अवैध बिल्डिंग में भाजपा का चुनावी मीडिया सेंटर संचालित होना आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। ऐस प्रतीत होता है कि अवैध बिल्डिंग को सीज की कार्यवाही से बचाने के लिए सत्तारूढ़ दल का मीडिया सेंटर खोला गया है। ज्ञापन में मांग की गई कि बिल्डिंग को सीज कर भाजपा के मीडिया सेंटर को तत्काल प्रभाव से बंद करवाया  जावे। डोगरा ने ज्ञापन को पढ़ने के बाद उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। ज्ञापन की प्रति नगर निगम के आयुक्त हिमांशु गुप्ता को भी दी गई है। डोगरा को यह भी बताया गया कि भाजपा ने मीडिया सेंटर की अनुमति निर्वाचन विभाग से ली है। इसलिए इस बात की भी जांच करवाई जाए कि अवैध बिल्डिंग में राजनीतिक दल के मीडिया सेंटर की अनुमति किस प्रकार से दी गई। ज्ञापन देने वालों में महासभा के जिला अध्यक्ष सुदामा शर्मा, दीपक शर्मा, बलराम शर्मा, लोकेश भिंडा, विवेक पाराशर, लोकेश शर्मा, बृजेश शर्मा आदि शामिल थे।
भाजपा ने कराया था मुकदमाः
एक नवम्बर को भाजपा के जिला अध्यक्ष अरविंद यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा से मिला था। डोगरा को दिए ज्ञापन में आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भाजपा के चुनाव मीडिया सेंटर पर बेवजह हंगामा कर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सेंटर में घुस कर एक टिकिट चस्पा किया जो पूरी तरह गैर कानूनी कृत्य था। भाजपा की ओर से इसी मामले में एडवोकेट विवेक पाराशर, लोकेश शर्मा, बृजेश शर्मा के खिलाफ पुलिस में मुकदमा भी दर्ज करवाया गया। पुलिस अब इन तीनों की तलाश कर रही है। माना जा रहा है कि भाजपा की ओर से एक नवम्बर को जो कार्यवाही की गई उसी का जवाब दो नवम्बर को ब्राह्मण महासभा की ओर से दिया गया है। एक नवम्बर को भी उत्तर क्षेत्र के विधायक वासुदेव देवनानी के लिए उदयपुर का टिकिट देने की जो कार्यवाही की गई थी वह भी ब्राह्मण महासभा की ओर से थी। असल में ब्राह्मण समुदाय देवनानी से पिछले एक वर्ष से नाराज चल रहा है। देवनानी ने ब्राह्मण समुदाय को लेकर प्रतिकूल टिप्पणी की थी।
एसपी को भी ज्ञापनः
ब्राह्मण महासभा और वकीलों की ओर से दो नवम्बर को पुलिस अधीक्षक राजेश च ौधरी को भी एक ज्ञापन दिया गया। एसपी को बताया गया कि एक नवम्बर की कार्यवाही में पुलिस बेवजह तंग कर रही है। किसी भी व्यक्ति ने आचार संहिता का उल्लंघन नही ंकिया। भाजपा के मीडिया सेंटर पर जाने से पहले भाजपा के पदाधिकारियों को सूचित किया गया था। तब भी यह कहा गया कि वे सांकेतिक विरोध करना चाहते हैं। जब भाजपा का कोई पदाधिकारी नहीं मिला तो सेंटर के बाहर उदयपुर का टिकिट पानी की बोतल और बिस्कुट का पैकेट रख दिया गया। इस पूरी कार्यवाही में आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। इस प्रतिनिधि मंडल में महासभा के प्रतिनिधियों के साथ-साथ राहुल भारद्वाज भी शामिल थे।
इसलिए है अवैध बिल्डिंगः
मूूंदड़ा परिवार की जिस बिल्डिंग को ब्राह्मण महासभा अवैध मान रही है उसका नक्शा नगर निगम से आवासीय स्वीकृत करवाया गया है। लेकिन मालिकों ने व्यवसायिक निर्माण कर लिया। इस बिल्डिंग में खुले आम व्यवसायिक गतिविधियां हो रही है। इसलिए पूर्व में निगम ने बिल्डिंग को अवैध मानते हुए सीज करने का नोटिस दिया था। पूर्व भाजपा का कार्यालय खुलने पर भी चर्चा में आई थी। हालांकि विवादों के चलते भाजपा का शहर कार्यालय बंद कर दिया गया।
एस.पी.मित्तल) (02-11-18)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
============
Print Friendly, PDF & Email

You may also like...