अमरीका के राजदूत ने ख्वाजा साहिब की दरगाह में जियारत कर चिश्तिया टोपी पहनी।
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18 नवम्बर को अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में भारत स्थित अमरीका के राजदूत केनथ जस्टर ने सूफी परंपरा के अनुरूप जियारत की और चिश्तिया टोपी भी पहनी। जस्टर ने ख्वाजा साहब की मजार पर मखमली और फूलों की चादर भी पेश की। जियारत के बाद जस्टर ने दरगाह परिसर में कव्वाली का आनंद भी लिया। जस्टर का कहना रहा कि मुझे यहां शांति और सुकून का अहसास हुआ है। दरगाह के प्रमुख खादिम यासिर गुर्देजी, जकरिया गुर्देजी और अली अब्बास ने जस्टर को जियारत करवाई। खादिमों का कहना रहा कि दरगाह की सूफी परंपरा से जस्टर बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने स्वयं फोटो खींचे।
जस्टर ने दरगाह की परंपरा के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। जस्टर ने प्रातः 9 बजे जियारत की। इस अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। जियारत के बाद जस्टर को चिश्तियां सूफी मिशन की ओर से एक सर्टिफिकेट भी भेंट किया गया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमरीका के राजदूत का ख्वाजा साहब की दरगाह में आकर जियारत करना मायने रखता है। जहां ख्वाजा साहब की दुनिया भर में मान्यता है, वहीं अनेक मुस्लिम देश अमरीका पर मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाते हैं। जस्टर की जियारत के बारे में और अधिकारी जानकारी मोबाइल नम्बर 9829072049 पर खादिम यासिर गुर्देजी से ली जा सकती है।