आधुनिक राजस्थान के लिए वसुंधरा राजे की सरकार फिर से बनाएं। कांगे्रस तो पंडित नवलकिशोर शर्मा जैसे नेताओं तक का अपमान करती है-मोदी।
========
25 नवम्बर को राजस्थान के अलवर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आधुनिक राजस्थान के निर्माण के लिए फिर से वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाई जाए। जो काम कांग्रेस ने अपने 50 वर्षों के शासन में नहीं किए, वो पांच वर्ष में वसुंधरा राजे की सरकार ने किए हैं।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मौके पर जो विवाद चल रहे हैं उन पर भी मोदी ने अपने नजरिए से पक्ष रखा। राजपूत समाज की कथित नाराजगी के संदर्भ में मोदी ने कहा कि इसी भाजपा ने स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत को दो बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया। कांग्रेस ने तो अपने ही नेताओं का अपमान किया है। कुंवर प्रताप सिंह के साथ कांग्रेस ने क्या किया, यह सब जानते हैं। पंडित नवल किशोर शर्मा को कितना अपमानित किया, यह भी राजस्थान की जनता जानती है। वहीं मैं जब गुजरात का सीएम था, तब गवर्नर के तौर पर पंडित जी का सम्मान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। संबंध कैसे निभाते हैं, इसका उदाहरण पंडित नवल किशोर शर्मा है। मालूम हो कि इस बार कांग्रेस ने स्व. शर्मा के पुत्र बृजकिशोर शर्मा को उम्मीदवार नहीं बनाया है।
कांग्रेस का दोहरा चरित्रः
कश्मीर में आतंकियों और छत्तसीगढ़ में नक्सलियों के हमले में शहीद हुए राजस्थान के जवानों के संदर्भ में मोदी ने कहा कि आतंकियों और नक्सलियों को कांग्रेस क्रांतिकारी और बुद्धिजीवी मानती है। पीएम ने सभा में वसुंधरा सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने विकास की गति पकड़ी है, उसे धीमा नहीं होने देना चाहिए। इस अवसर पर सीएम वसुंधरा राजे ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मदद से राजस्थान के हर क्षेत्र में विकास हुआ है। इसके लिए सीएम ने पीएम का आभार जताया।
उपचुनाव में हो चुकी है हारः
जिस अलवर में प्रधानमंत्री ने बड़ी सभा को संबोधित किया, उस अलवर जिले में लोकसभा के उपचुनाव में भाजपा को बुरी हार का सामना करना पड़ा था। उपचुनाव मात्र 10 माह पहले जनवरी में हुए थे। इस हार के बारे में भी मोदी को पता था, इसलिए सभा में भीड़ को देखते हुए मोदी ने कहा कि दिल्ली के वातानुकूलित दफ्तरों में बैठ कर भाजपा को कभी हराने और कभी जीताने वाले भी इस भीड़ को देख लें। उपचुनाव में पीएम मोदी अलवर नहीं आए थे। 11 दिसम्बर को पता चलेगा कि मोदी की सभा का अलवर, भरतपुर जिले में कितना असर हुआ है।