किशनगढ़ में सुरेश टांक का ऐतिहासिक रोड शो।
अजमेर शहर में भी कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपने अपने क्षेत्रों में दिखाई ताकत।
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5 दिसम्बर को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जहां अजमेर शहर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने भव्य रोड शो किया। वहीं मार्बल नगरी किशनगढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी सुरेश टांक का रोड शो ऐतिहासिक रहा। अजमेर उत्तर के कांग्रेस उम्मीदवार महेन्द्र सिंह रलावता और दक्षिण के हेमंत भाटी ने भी अपने अपने क्षेत्रों में ताकत दिखाई। किशनगढ़ में सुरेश टांक भाजपा के बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। किशनगढ़ के नागरिकों का कहना है कि पांच दिसम्बर को जिस तरह शहर भर में टांक के समर्थकों का रैला रहा, वैसा राजनीतिक परिदृश्य किशनगढ़ में कभी भी देखने को नहीं मिला। रोड शो में युवाओं की भीड़ ज्यादा थी। कोई चार हजार लोगों ने सफेद रंग की टी-शर्ट पहन रखी थी। टी-शर्ट के एक तरफ सुरेश टांक का फोटो तो दूसरी तरफ चुनाव चिन्ह ट्रेक्टर अंकित था। असल में किशनगढ़ में चतुष्कोणीय मुकाबला है। भाजपा के उम्मीदवार विकास च ौधरी और कांग्रेस के उम्मीदवार नंदाराम धाकण के बीच भाजपा और कांग्रेस दोनों के बागी भाग्य आजमा रहे हैं। पांच दिसम्बर को टांक के समर्थकों ने भव्य प्रदर्शन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कहा जा रहा है कि ऐसा ही माहौल ग्रामीण क्षेत्रों में भी है। टांक का रोड शो कितना सफल होता है, इसका पता 11 दिसम्बर को चलेगा। अलबत्ता किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र में टांक ने अपने समर्थन में माहौल बनाने का पूरा प्रयास किया है।
रलावता का रोड शो:
अजमेर उत्तर क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार महेन्द्र सिंह रलावता ने भी अपने विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया। इस रोड शो में पूर्व विधायक डाॅ. श्रीगोपाल बाहेती, राजकुमार जयपाल आदि वरिष्ठ नेता भी साथ थे। कांग्रेस के सभी नेताओं ने रोड शो में शामिल होकर यह जताने का प्रयास किया कि कांग्रेस एकजुट है। विधानसभा क्षेत्र में रलावता के रोड शो को व्यापक समर्थन मिला। जगह जगह स्वागत भी किए गए। रोड शो में अनेक वाहन भी साथ चल रहे थे। सुबह जयपुर रोड से शुरू हुआ रोड शो दिनभर विधानसभा क्षेत्र में घूमता रहा।
भाटी बंधु साथ-साथ:
दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार हेमंत भाटी ने भी पांच दिसम्बर को सम्पूर्ण क्षेत्र में रोड शो निकाला। इससे पहले कई स्थानों पर हेमंत के बड़े भाई पूर्व मंत्री ललित भाटी भी साथ रहे। ललित भाटी ने भी अपने भाई के लिए वोट मांगे। उल्लेखनीय है कि ललित भाटी ने बागी उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया था, लेकिन बड़े नेताओं की समझाइश के बाद नाम वापस ले लिया। दो दिन पहले ही ललित भाटी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महामंत्री नियुक्त किया गया है। ऐसे में पार्टी के प्रति वफादारी दिखाने के लिए ललित भाटी अब अपने भाई के साथ नजर आ रहे हैं। पांच दिसम्बर को हेमंत भाटी के रोड शो को भी व्यापक समर्थन मिला। भाटी का मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार श्रीमती अनिता भदेल से है। श्रीमती भदेल गत तीन बार से चुनाव जीतती आ रही है। इस बार भदेल का मुकाबला कड़ा है।