अजमेर जिले में पेयजल संकट और गहराएगा।
अभी 48-72 घंटे में मात्र 45 मिनट की सप्लाई।
बीसलपुर बांध से बड़ी मात्रा पानी की चोरी।
जयपुर की सप्लाई में कटौती हो।
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विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोटों को नुकसा न हो, इसलिए अभी तक जैसे तैसे अजमेर जिले में पेयजल की सप्लाई को बनाए रखा गया। लेकिन 7 दिसम्बर को मतदान हो जाने के बाद से ही यह आशंका है कि अजमेर में पेयजल संकट और गहराया। अभी 48 अथवा 72 घंटे में मात्र 45 मिनट के पेयजल की सप्लाई हो रही है। सर्दी के मौसम में जैसे तैसे काम चलाया जा रहा है, लेकिन पेयजल के एक मात्र स्त्रोत बीसलपुर बांध का जल स्तर लगातार घटने से चिंता बढ़ गई। असल में इस बार बरसात कम होने से बांध में पानी की आवक भी कम रही। बांध की भराव क्षमता 315 मीटर है, लेकिन बांध में मानसून में 311 मीटर ही पानी आया। पानी की कम आवक को देखते हुए नवम्बर माह से अजमेर जिले में सप्लाई में कटौती कर दी गई थी। यह कटौती अभी भी जारी है। 10 दिसम्बर को बीसलपुर बांध का जल स्तर 309.40 मीटर मापा गया। बांध पर तैनात इंजीनियरों के अनुसार बांध का जल स्तर रोजाना 2 सेंटीमीटर कम हो रहा है। असल में बांध से बड़ी मात्रा में पानी की चोरी हो रही है। टोंक जिले के किसान बांध के भराव क्षेत्र में मोटर लगा कर पानी की चोरी कर रहे हैं। हालांकि सरकार ने बांध से सिंचाई के लिए पानी लेने पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन संगठित समूह की ताकत के आगे पानी की चोरी रोकने की हिम्मत किसी की भी नहीं है। जानकारों की माने तो प्रतिदिन एक सेंटीमीटर पानी की चोरी धड़ल्ले से हो रही है। आने वाले दिनों में बांध का जल स्तर और तेजी से घटेगा। इंजीनियरों के सामने बांध के पानी को जुलाई 2019 तक बचाए रखने की चुनौती है। राजस्थान में मानसून की बरसात जुलाई तक ही आती है। मार्च 2019 से जब गर्मी शुरू हो जाएगी, तब बांध से पानी का वाष्पीकरण भी तेज होगा। अब जब दिसम्बर में सर्दी के दिनों में दो तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है तो मार्च से जुलाई तक की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
जयपुर की सप्लाई में कटौती हो:
कहा तो यही जाता है कि बीसलपुर बांध के पानी पर पहला हक अजमेर का है, लेकिन अजमेर के राजनेताओं के कमजोर होने के कारण जयपुर के मुकाबले अजमेर के साथ हमेशा भेदभाव होता है। अजमेर में भले ही दो और तीन दिन में पेयजल की सपलाई हो रही हो, लेकिन बीसलपुर बांध से पानी लेकर जयपुर में प्रतिदिन पानी की सप्लाई की जाती है। वर्तमान में भी करीब 250 एमएलडी पानी अजमेर के लिए लिया जाता है। जयपुर को 500 एमएलडी पानी सप्लाई होता है। इस भेदभाव पर अजमेर जिले के भाजपा नेता पांच वर्ष चुप रहे। हालांकि भाजपा के ऐसे नेताओं को अब खामियाजा उठाना पड़ रहा है। बीसलपुर बांध से जयपुर अजमेर के लिए पानी का समान वितरण होना चाहिए। देखना है कि नई सरकार अजमेर के लोगों को किस प्रकार राहत प्रदान करती है।