अजमेर के नेहरू अस्पताल में डाॅक्टरों ने मरीज के परिजन और पत्रकार को पीटा। पत्रकारों की एकता के बाद आरोपी रेजीडेंट डाॅक्टरों ने माफी मांगी।
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16 दिसम्बर को सुबह अजमेर के जावहर लाल नेहरू अस्पताल में माहौल उस समय गरम हो गया जब रेजीडेंट डाॅक्टरों ने मरीज के परिजन और न्यूज कवर करने गए फस्र्ट इंडिया न्यूज चैनल के रिपोर्टर शुभम जैन को पीटा। हुआ यूं कि लोहाखान निवासी वीर कुमार अपने पुत्र के इलाज के लिए आपाताकलीन ईकाई में पहुंचा लेकिन मौके पर मौजूद डाॅक्टरों ने देखने से इंकार कर दिया। रेजीडेंट डाॅक्टरों का कहना रहा कि यहा गंभीर बीमारी के मरीज ही देखे जाते हैं। वीर कुमार का कहना था कि रविवार को अवकाश की वजह से ही वह इमारजेंसी इकाई में आया है। इस बीच विवाद बढने पर वीरकुमार को पीटा जाने लगा। मौके पर मौजूद फस्र्ट इंडिया न्यूज चैनल के रिपोर्ट शुभम जैन ने जब वीडियो बनाने का प्रयास किया तो डाॅक्टर देवी प्रसाद सैनी और डाॅ. तुषार आहूजा ने रिपोर्टर को भी पीटना शुरू कर दिया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पत्रकार अस्पताल पहुंच गए। पत्रकारों ने अस्पताल के प्रिंसिपल डाॅ. अनिल जैन से मांग की कि दोनों रेजीडेंट डाॅक्टरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। आपातकालीन इकाई के सीसीटीवी कैमरे में भी पिटाई के दृश्य कैद हो गए। पत्रकारों की एकता को देखते हुए आरोपी डाॅ. सैनी और आहूजा ने लिखित में माफी मांगी और भविष्य में ऐसी कार्यवाही नहीं करने का वायदा भी किया। अस्पताल के प्रिंसिपल ने भी इस घटना पर दुःख जताते हुए खेद प्रकट किया। इस मामले में पुलिस के डीएसपी जीनेन्द्र जैन और इंस्पेक्टर कैलाश जिंदल की भी सकारात्मक भूमिका रही। प्रशासन और डाॅक्टरों पर दबाव बनाने के लिए वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मोरवाल, गिरीश दाधीच, सीपी जोशी, प्रियंक शर्मा, योगेश शर्मा, रजनीश शर्मा, अशोक भाटी, दीपक दाधीच आदि भी मौके पर पहुंच गए थे। पत्रकारों ने इसे एकजुटता की जीत बताई है। ऐसा बहुत कम होता है जब कानून हाथ में लेने के बाद रेजीडंट डाॅक्टर सार्वजनिक तौर पर अपनी गलती के लिए माफी मांगे।