आखिर कांग्रेस हर बार देश विरोधियों के साथ क्यों खड़ी होती है?
नसीरुद्दीन शाह के प्रकरण में सीएम गहलोत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण-प्रो. सारस्वत।
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अजमेर देहात भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रो. बीपी सारस्वत ने फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के प्रकरण में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सवाल आया है कि आखिर कांग्रेस हर बार देशविरोधियों के साथ क्यों खड़ी होतीे है? अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में 21 दिसम्बर को उद्घाटन सत्र में शाह को भाग लेना था, लेकिन भारत में डर लगने वाले शाह के बयान के विरोध में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने फेस्टिवल में विरोध प्रदर्शन किया तो आयोजकों ने शाह को आने से रोक दिया। शाह के शामिल नहीं होने पर ही सीएम गहलोत ने कहा कि मेरी सरकार शाह को पूर्ण सुरक्षा देने को तैयार थी, लेकिन आयोजकों ने ही न बुलाने का निर्णय लिया। गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार प्रत्येक के सभी अधिकारों और स्वतंत्रता का सम्मान करती है। गहलोत के बयान पर प्रो. सारस्वत ने कहा कि भारत में डर का माहौल बताने वाले कुछ लोग देश विरोधी है। ऐसे लोग बेवजह माहौल खराब कर रहे हैं। नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकारों को भारत के लोगों ने शोहरत दिलवाई है। जिस देश में शाह ने नाम और पैसा कमाया, अब उसी देश में डर लग रहा है, इसे किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता है। प्रो. सारस्वत ने कहा कि कांग्रेस हमेशा उन लोगों के साथ खड़ी होती है, जो देश विरोधी होते हैं। सीएम गहलोत को यह सच्चाई समझनी चाहिए कि भारत में प्रत्येक नागरिक को उसके अधिकार मिले हुए हैं तभी तो शाह जैसे लोग गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं। गहलोत का बयान पूरी तरह तुष्टीकरण वाला है। कांग्रेस के नेताओं ने ऐसे बयान देकर ही कट्टरपंथियों को मजबूत किया है। प्रो. सारस्वत ने कहा कि नसीरुद्दीन शाह और अशोक गहलोत के बयानों से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को हमारे आंतरिक मामलोें में दखल देने का अवसर मिल जाता है। गहलोत उन नसीरुद्दीन शाह के साथ खड़े हैं, जिनका समर्थन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान कर रहे हैं। गहलोत कांग्रेस के नेता नहीं, बल्कि एक प्रदेश के मुख्यमंत्री भी हैं। गहलोत को उन लोगों से बचना चाहिए तो भारत की छवि खराब कर रहे हैं।
गिरफ्तारी की निंदाः
21 दिसम्बर को अजमेर में शाह का विरोध करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने भाजयुमो के जिलाध्यक्ष विनीत कृष्ण पारीक, अध्यक्ष जीतेन्द्र रंगवानी, सरबजीत छाबड़ा, महामंत्री सुभाष जाटव और रोहित यादव को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि गिरफ्तारी के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी को जमानत पर छोड़ दिया। प्रो. सारस्वत ने कहा कि एक तरफ सीएम गहलोत नागरिकों के अधिकार और सममान की बात करते हैं और दूसरी तरफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने वालों को गिरफ्तार करवाते हैं। यही है कांग्रेस का दोहरा चरित्र।