मेरे लिए मुख्यमंत्री का पद कांटों का ताज है-गहलोत।
सीपी और महेश जोशी को मंत्री नहीं बनाना कोई मुद्दा नहीं।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी के बयानों की प्रशंसा।
चालू रहेगी भामाशाह जैसी योजनाएं।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि मुख्यमंत्री का पद कांटों का ताज है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुझ पर जो भरोसा जताया है उस पर खरा उतरने का प्रयास करुंगा। गहलोत 27 दिसम्बर को दिल्ली में राजनीतिक गतिविधियों में व्यस्त रहे। इसी दौरान कांग्रेस मुख्यालय पर पत्रकारों से संवाद करते हुए, गहलोत ने कहा कि कांग्रेस विधायक और वरिष्ठ नेता सीपी जोशी और महेश जोशी को मंत्री नहीं बनाने का कोई मुद्दा नहीं है। मीडिया वाले इसे मुद्दा बना रहे हैं। मीडिया का एक वर्ग यह चाहता है कि कांग्रेस की सरकार उसके नजरिए से चले। जबकि जमीनी हकीकत अलग होती है। पहले मुख्यमंत्री के पद को लेकर और फिर मंत्रियों के चयन को लेकर मीडिया ने बेवजह माहौल खराब किया। विभागों का वितरण हो या अन्य कोई निर्णय समय तो लगाता ही है। जब राहुल गांधी स्वयं एक एक चीज को देख रहे हैं। तब समय लगना वाजिब है। राहुल गांधी चाहते हैं कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरे। गहलोत ने कहा कि गत वसुंधरा राजे सरकार ने जो भी कल्याणकारी योजनाएं शुरू की उन्हें बंद नहीं किया जाएगा। प्रदेश की जनता को पहले ही तरह सुविधाएं मिलती रहेगी। हालांकि वसुंधरा सरकार ने हमारी सरकार की अनेक योजनाओं को बंद कर दिया था। मैं ऐसी राजनीति नहीं करता हंू।
गडकरी के बयान की प्रशंसा:
गहलोत ने केन्द्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के ताजा बयानों की प्रशंसा की है। गहलोत ने कहा कि जिस तरह गडकरी अपनी पार्टी के नेताओं की आलोचना कर रहे है। उसी तरह अन्य केन्द्रीय मंत्री सामने आएंगे। गडकरी की तरह कई केन्द्रीय मंत्रियों का कथन स्वयं को कचोट रहा है। गहलोत ने कहा कि इस समय केन्द्र सरकार में नरेन्द्र मोदी और अमितशाह ही राज कर रहे हैं। जहां तक लोकसभा चुनाव के लिए भजपा के प्रभारियों की नियुक्तियों का सवाल है तो कांग्रेस ने तो पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी है। राजस्थान में जिस दिन मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उसी दिन से चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई।
मंत्री परिषद की बैठक 28 को:
गहलोत ने बताया कि मंत्री परिषद और केबिनेट की बैठक 28 दिसम्बर को जयपुर में होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र पर अमल किस तरह से किया जाए इस पर निर्णय लिया जाएगा।