ख्वाजा साहब की दरगाह में 11 फरवरी को वसंत उत्सव। 

ख्वाजा साहब की दरगाह में 11 फरवरी को वसंत उत्सव। 
शाही कव्वाल गाए वसंत के गीत। मजार शरीफ पर पेश होंगे पीले फूल।
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इसे भारत की गंगा जमुनी तहजीब की कहा जाएगा कि अजमेर स्थित विश्वविख्यात ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी 11 फरवरी को वसंत उत्सव मनाया जाएगा। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रातः सवा ग्यारह बजे शाही कव्वाल और उनके साथ पीले फूलों का गुलदस्ता हाथ में लेकर अमीर खुसरों के लिखे कलाम, आज बसंत मना ले सुहागिन, नाजो अदा से झूम ले, ख्वाजा की चैखट चूम ले, बसंत फूलों के गढ़वे हाथ ले, गाना बजाना साथ ले, क्या खुशी और ऐश का सामान लाती है बसंत, ख्वाजा मोईनुद्दीन के घर आज आती है बसंत  गाते हुए जुलूस के रूप में बुलंद दरवाजा, सहन चिराग, संदली गेट होते हुए अहाता-ए-नूर तक जाएंगे। इसके बाद पूरी अकीदत के साथ पीले फूलों का गुलदस्ता ख्वाजा साहब की मजार पर पेश किया जाएगा। इस मौके पर दरगाह दीवान और खादिम भी उपस्थित रहेंगे। दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम मोहम्मद अदिल ने बताया कि दरगाह में वसंत उत्सव के खास मायने हैं। उत्सव को मानने में दरगाह कमेटी की भी सक्रिय भूमिका होती है। उत्सव के समय दरगाह परिसर का माहौल खुशनुमा रहता है। प्रकृृति के सौंदर्य से जुड़े वसंत उत्सव में सभी अकीदतमंद आमंत्रित है। असल में ऐसे ही उत्सवों और कार्यक्रमों की वजह से ख्वाजा साहब की दरगाह को साम्प्रदायिक सद्भावना की मिसाल माना जाता है। दरगाह परिसर में लगी जिन दो देगों में तर्बरुक (प्रसाद) तैयार किया जाता है उसमें न तो मांस और न ही प्याज डलता है। यानि चावल और मेवों से बना तर्बरुक पूरी तरह शुद्ध शाकाहारी होता है। दरगाह में ऐसी अनेक परंपराएं हैं जो भारतीय सनातन संस्कृति से जुड़ी हुई है। देश का साम्प्रदायिक माहौल चाहे कैसा भी हो, लेकिन ख्वाजा साहब की दरगाह में सद्भावना का माहौल बना रहता है। यही वजह है कि रोजाना हजारों हिन्दू श्रद्धालु दरगाह में जियारत के लिए आते हैं। दरगाह के आसपास हिन्दू दुकानदार अपनी दुकान खोलने से पहले चाबियों को दरगाह की सीढ़ियों पर रखा जाता है ताकि दिन भर व्यापार अच्छा हो। ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में भी हिन्दू कारोबारियों की सक्रिय भूमिका होती है। छह दिवसीय सालाना उर्स को सफल बनाने में सभी का सहयोग रहता है। दरगाह में जब भारतीय संस्कृति का वसंत उत्सव मनाया जाता है तो सद्भावना और मजबूत होती है। वसंत उत्सव के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9887189110 पर दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल से ली जा सकती है।
एस.पी.मित्तल) (09-02-19)
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