तो क्या सेना भी नरेन्द्र मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनवाना चाहती है?
by
Sp mittal
·
March 5, 2019
तो क्या सेना भी नरेन्द्र मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनवाना चाहती है?
एयर मार्शल के बाद अब नेवी चीफ लांबा का बयान।
दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को दुर्घटना बताया।
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भारत में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के नेताओं का आरोप है कि 26 फरवरी को भारत की वायु सेना ने पाकिस्तान में घुस कर जो बम गिराए उससे पाकिस्तान को कोई नुकसान नहीं हुआ और अब इस सैन्य कार्यवाही को राजनीतिक लाभ लेकर नरेन्द्र मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं। हालांकि विपक्ष के ऐसे आरोपों का चार मार्च को एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने खंडन कर दिया था। 5 मार्च को नेवी चीफ सुनील लांबा ने भी दृढ़ता से सेना का पक्ष रखा है। लांबा ने कहा कि कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंक ही फैल रहा है। पाकिस्तान अब समुन्द्र के रास्ते से भारत पर आतंकी हमले की साजिश कर रहा है, लेकिन हम पूरी तरह से चैकस हैं और पाकिस्तान की हर कार्यवाही का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। दो दिन में हमारी दो सेनाओं के प्रमुखों के बयानों से नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार का रुख मजबूत हुआ है। पीएम मोदी ने भी कहा है कि आतंकियों को उनके घर में घुस कर मारा जाएगा। यानि पाकिस्तान पर एक बार फिर एयर स्ट्राइक हो सकती है। जब सरकार और सेनाओं का रुख एक जैसा है तो फिर राजनीतिक लाभ होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। 26 फरवरी को हमारी वायु सेना ने पाकिस्तान में जो सैन्य कार्यवाही की उसकी प्रशंसा दुनिया भर में हो रही है, लेकिन हमारे विपक्षी दल पाकिस्तान में गिरे पेड़ और जमीन के खड्डे गिन रहे हैं। पाकिस्तान पर हमले के बाद भी सरकार ने अपनी कूटनीति से एक पायलट को पाकिस्तान के चंगुल से छुड़ा लिया। इसमें कोई दो राय नहीं कि चुनावों में सरकार के काम काज को ही देखा जाता है। अब जब सरकार और सेना आतंक फैलाने वाले पाकिस्तान पर एक जैसी भाषा बोल रहे हैं तो फिर विपक्ष को अपनी रणनीति पर विचार करना पड़ेगा। वैसे यह देशहित में है कि पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ सरकार और सेनाओं के बीच मजबूत गठबंधन है। अब कश्मीर घाटी में भी आतंकियों के खिलाफ हमारे सुरक्षा बल बड़ी कार्यवाही कर रहे है। 5 मार्च को भी घाटी में उस मकान को उड़ा दिया जहां आतंकी छुपे हुए थे। असल में पाकिस्तान से प्रशिक्षित होकर आए आतंकी घाटी में कश्मीरियों के घरों में छिप कर ही सुरक्षा बलों पर हमले करते रहे। यह पहला अवसर है कि घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऐसी कार्यवाही हो रही है। इस कार्यवाही से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के नेताओं में भी घबराहट है। अब पाकिस्तान के लिए आतंकियों और उनके नेताओं को बचाना मुश्किल हो जाएगा।
पुलवामा हमला दुर्घटना:
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के बयानों से कांगे्रस को पहले भी राजनीतिक नुकसान हो चुका है, लेकिन दिग्विजय सिंह ऐसे बयानों से बाज नहीं आते हैं। 14 फरवरी को जिस पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हुए उस भीषण हमले को दिग्विजय सिंह ने एक दुर्घटना बताया है। दिग्विजय के इस बयान की अब चैतरफा आलोचना हो रही है। हो सकता है कि दिग्विजय सिंह के इस बयान से अब कांगे्रस पल्ला झाड़ ले। लेकिन चुनाव में दिग्विजय सिंह का यह बयान तो मुद्दा बनेगा ही।